बरेली के आंवला में खूबसूरत लीलौर झील अब नया रूप लेने जा रही है। डीएम अविनाश सिंह ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में झील के सौंदर्यीकरण और बोटिंग संचालन की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि झील का पूरा इ
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बोटिंग के लिए तय होगा पानी का स्तर, बनेगा एप्रोच स्लैब
बैठक में डीएम ने झील में मोटर बोट संचालन की तकनीकी तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि झील में पानी का स्तर बोटिंग के लिए उपयुक्त होना चाहिए। साथ ही ऐसा एप्रोच स्लैब बनाया जाए जिससे पर्यटक आसानी से स्टीमर या नाव तक पहुंच सकें।
झील किनारे झाड़ियां हटेंगी, साफ-सफाई पर खास ध्यान
डीएम ने झील के किनारे मौजूद झाड़ियों को तत्काल साफ कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सौंदर्यीकरण सिर्फ निर्माण कार्यों तक सीमित न रहे, बल्कि झील के आस-पास नियमित सफाई और रखरखाव भी सुनिश्चित किया जाए।
टॉय ट्रेन और गेस्ट हाउस की बनेगी योजना
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि झील के पास टॉय ट्रेन और गेस्ट हाउस बनाने की योजना प्रस्तावित है। इस पर डीएम ने कहा कि जो भी विकास कार्य किए जाएं, उन्हें लंबे समय तक टिकाऊ बनाए रखने के लिए बेहतर प्लानिंग की जरूरत है।
सुरक्षा, सीसीटीवी और सार्वजनिक सुविधाएं हों मजबूत
डीएम ने सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा व्यवस्था, पीने के पानी और सार्वजनिक शौचालय जैसी सुविधाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि झील पर आने वाले सैलानियों को स्वच्छ और सुरक्षित माहौल मिलना चाहिए।
पानी की आपूर्ति और वाटर लेवल पर भी चर्चा
बैठक में बताया गया कि झील में पानी की आपूर्ति के लिए ट्यूबवेल लगा दिए गए हैं जो विद्युत कनेक्शन मिलते ही चालू हो जाएंगे। झील का पानी सुरक्षित रखने के लिए गेट निर्माण की योजना पर भी चर्चा हुई ताकि वाटर लेवल बरकरार रहे।
अधिकारियों ने साझा की प्रगति रिपोर्ट
बैठक में एसडीएम आंवला विदुषी सिंह, अधिशासी अभियंता आरईडी और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने सभी से कहा कि झील का यह प्रोजेक्ट बरेली के पर्यटन विकास की दिशा में एक अहम कदम है, इसे समय पर और गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए।