गाड़ी के साथ नहर में डूबे दंपती की फाइल फोटो।
करनाल की पश्चिमी यमुना नहर में डूबती कार से मीनू मिगलानी ने अपने बेटे आशीष को लास्ट कॉल की। जिंदगी की अंतिम कॉल में मीनू ने अपने बेटे से बात की और बताया कि बेटा, हमें किसी ने हिट किया है और हमारी कार पश्चिमी यमुना नहर में है और हम डूब रहे है, अब बचने
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जानकारी देते अमित की पिता।
मीनू का रात को ही हुआ शव बरामद 31 जुलाई की रात को ही मीनू का शव कार से बरामद हो गया था, उसके बाद अमित के शव की तलाश की गई लेकिन अंधेरा ज्यादा होने की वजह से कुछ भी पता नहीं चल पाया। शुक्रवार सुबह एसडीआरएफ की टीमों ने सर्च ऑप्रेशन किया, लेकिन देर रात तक भी घोघड़ीपुर नहर तक सर्च करने के बावजूद भी कोई सुराग नहीं लग पाया।
अब सिलसिलेवार ढंग से समझिये पूरा घटनाक्रम…
घर से निकलने का सीसीटीवी आया सामने 31 जुलाई की रात को करीब 7 बजे अमित मिगलानी अपने घर से निकलता है। सीसीटीवी के मुताबिक, उसके घर के सामने काले रंग की क्रेटा कार खड़ी नजर आ रही है। ग्रे टी-शर्ट और ब्लैक लोअर में अमित कार का दरवाजा खोलता है, लेकिन वह उसे बंद कर देता है, फिर पिछले वाली खिड़की खोलता है उसमें से कोई पोलीबैग निकालकर कार के पीछे चला जाता है जिसको वह कार की डिग्गी में रख देता है।

सीसीटीवी में कैद तस्वीरों में अंतिम बार घर से निकालती मीनू की तस्वीरें।
इसके बाद जैसे ही अमित अपनी कार की खिड़की खोलकर ड्राइवर सीट पर बैठता है तो स्कूटी पर सवार उसका बेटा और बेटी आ जाते है। बेटा स्कूटी पर बैठा रहता है और बेटी घर के अंदर चली जाती है। अमित ने कार को बैक किया और उसके बाद मीनू भी काले रंग के कपड़ो में घर से बाहर आती है। कार पीछे होती रहती है अौर वह कार की तरफ बढ़ती जाती है। इसी दौरान बेटा भी अपनी स्कूटी घर के अंदर ले जाता है। मीनू फ्रंट सीट पर बैठ जाती है और दोनों वहां से चले जाते है।
डिनर के बाद घूमने जाया करते थे दंपति डिनर के बाद दोनों पति-पत्नी हर रोज कार में घूमने के लिए जाया करते थे। 31 जुलाई को भी वे घर से बाहर घूमने के लिए ही गए थे, लेकिन कैथल रोड पर अचानक उनकी कार नहर में जा गिरी। अंदेशा है कि उनकी कार को किसी वाहन ने हिट किया, जिसको जिक्र मीनू ने अपने बेटे से हुई बातचीत में भी किया। इसी दौरान गोताखोर कर्ण को नहर में कार बहती हुई दिखी, जिसके बाद उसने नहर में छलांग लगा दी और कार का पीछा भी किया लेकिन तेज बहाव के कारण वह कार तक नहीं पहुंच सका और कार नहर में डूब गई और कार के साथ दंपति भी डूब गए। तुरंत ही प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया और रेस्क्यू ऑप्रेशन शुरू किया गया। रेस्क्यू ऑप्रेशन के दौरान कुछ लोगों ने बताया था कि कार से महिला बचाओ-बचाओ चिल्ला रही थी और किसी से फोन पर बातचीत भी कर रही थी, जिसमें वह कह रही थी कि हम अब बचने वाले नहीं है। अपनी बहन का ख्याल रखना।

दोनों बच्चों के लौटने के बाद गाड़ी में बैठते अमित की फाइल फोटो।
ढाई घंटे के रेस्क्यू ऑप्रेशन के बाद निकाली कार गोताखोरों ने नहर में करीब एक घंटे तक सर्च किया। जिसके बाद कार मिल गई थी और कार से ही महिला की बॉडी भी बरामद हो गई। जिसके बाद महिला को बाहर निकाला तो ऐसा प्रतीत हुआ कि उसमें सांस चल रही है, लेकिन जब पुलिस उसे अस्पताल लेकर पहुंची तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके डेढ़ घंटे बाद कार को बाहर निकाला गया। सभी उम्मीद जता रहे थे कि अमित की बॉडी भी कार में मिलेगी, लेकिन अमित कार में नहीं था। गोताखोर प्रगट सिंह के मुताबिक, कार के शीशे टूटे हुए थे, ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि अमित की बॉडी कार से निकलकर नहर में बह गई।

नहर में सर्च ऑप्रेशन चलाती एसडीआरएफ की टीम।
घोघड़ीपुर तक हुआ सर्च ऑप्रेशन, शव परिजनों को सौंपा अमित को सर्च करने के लिए एसडीआरएफ और गोताखोरों की टीम ने सर्च ऑप्रेशन शुरू किया। घोघड़ीपुर तक सर्च ऑप्रेशन हुआ लेकिन शव नहीं मिला। उधर पुलिस ने मीनू के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। रामनगर थाना प्रभारी महावीर सिंह ने बताया कि अमित का शव अभी तक नहीं मिला है। गोताखोरों की टीम ने घोघड़ीपुर तक सर्च किया है, आज फिर घोघड़ीपुर से आगे सर्च ऑप्रेशन शुरू किया जाएगा। गाड़ी को हिट किए जाने की बात सामने आई थी, लेकिन एफएसएल टीम को ऐसे कोई डेंट या टक्कर गाड़ी पर नहीं मिली। अब जहां से कार नहर में गिरी थी, उस जगह का एक बार फिर से मौका मुआयना किया जाएगा, ताकि कोई क्लू मिल सके और हादसों के कारणों का कुछ खुलासा हो सके।