ADB Lowers India’s FY26 GDP Growth Forecast to 6.5%, Retains Fastest-Growing Economy Status | एशियन डेवलपमेंट बैंक ने भारत की विकास दर घटाई: फिर भी फास्टेस्ट ग्रोइंग इकोनॉमी बना रहेगा; 2025-26 में 6.5% ग्रोथ रेट रहने का अनुमान

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नई दिल्ली13 घंटे पहले

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ADB ने कहा है कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना रहेगा। - Dainik Bhaskar

ADB ने कहा है कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना रहेगा।

एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने साल 2025-26 (FY26) में भारत की GDP ग्रोथ 6.7% से घटाकर 6.5% कर दी है। यह जानकारी 23 जुलाई ADB की ताजा एशियन डेवलपमेंट आउटलुक रिपोर्ट में दी गई है।

इसके बावजूद ADB ने कहा है कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना रहेगा।अमेरिकी टैरिफ और नीतिगत अनिश्चितता के कारण निर्यात और निवेश पर असर पड़ने से यह अनुमान कम किया गया है।

हालांकि, ADB का मानना है कि मजबूत घरेलू खपत, बेहतर मानसून, सर्विस और कृषि क्षेत्र की मजबूती भारत की अर्थव्यवस्था को रफ्तार दे रही है।

2027 के लिए भी घटाया ग्रोथ का अनुमान

इसके अलावा, ADB ने FY27 के लिए भी विकास अनुमान को 6.8% से घटाकर 6.7% किया। फिर भी, भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है, क्योंकि ग्रामीण मांग में सुधार और सेवा क्षेत्र की तेजी इसे सपोर्ट कर रही है। ADB ने कहा, भारत की आर्थिक गतिविधियां मजबूत हैंऔर ग्रामीण मांग में तेजी से घरेलू खपत बढ़ेगी।

कृषि और सर्विस सेक्टर देंगे GDP को रफ्तार

ADB की रिपोर्ट में कहा गया है कि FY26 में भारत की अर्थव्यवस्था को कृषि और सेवा क्षेत्र से बड़ा सपोर्ट मिलेगा। इस साल मानसून 6% बेहतर रहने की उम्मीद है, जिससे फसल उत्पादन पिछले साल से 4% ज्यादा बढ़ सकता है । इससे ग्रामीण आय बढ़ेगी, जो खपत को बढ़ावा देगी।

इसके अलावा, कम कच्चे तेल की कीमतें भी FY26 और FY27 में आर्थिक गतिविधियों को सपोर्ट करेंगी। सरकार की नीतियां, जैसे टैक्स में राहत और सार्वजनिक निवेश में वृद्धि, भी विकास को बढ़ावा दे रही हैं।

RBI ने भी घटाया विकास दर का अनुमान

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने FY26 के लिए विकास अनुमान को 6.7% से घटाकर 6.5% किया है। हालांकि, RBI ने हाल ही में रेपो रेट को 50 बेसिस पॉइंट्स घटाकर 5.5% किया, जो फरवरी 2025 से शुरू हुए 100 बेसिस पॉइंट्स की कटौती का हिस्सा है।

इसके साथ ही, कैश रिजर्व रेशियो (CRR) को 100 बेसिस पॉइंट्स घटाकर 3% किया गया, जिससे बैंकिंग सिस्टम में 2.5 लाख करोड़ रुपए की नकदी आई। ADB का कहना है कि ये कदम निवेश को बढ़ावा देंगे, खासकर अगर नीतिगत अनिश्चितता कम हो। इसके अलावा, केंद्र सरकार की वित्तीय स्थिति मजबूत है।

RBI से मिले अप्रत्याशित डिविडेंड और टैक्स राजस्व में वृद्धि से सरकार अपने राजकोषीय घाटे को 4.5% तक लाने के लक्ष्य पर है। ADB ने कहा कि FY27 में निवेश बढ़ने से विकास दर 6.7% तक पहुंच सकती है।

अमेरिकी टैरिफ का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

वैश्विक व्यापार तनाव और अमेरिकी टैरिफ भारत के निर्यात को प्रभावित कर सकते हैं। वैश्विक विकास दर 2025 में 2.3% तक गिरने की आशंका है, जो 2008 के बाद सबसे कम है। विश्व बैंक ने भी भारत के FY26 के लिए विकास अनुमान को 6.3% रखा है, जबकि IMF ने इसे 6.2% अनुमानित किया है।

इसके बावजूद, भारत की स्थिति मजबूत है। वित्त मंत्रालय ने कहा, यह संशोधन मामूली है, और भारत अगले दो साल तक सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा। भारत की कमजोर वैश्विक मांग पर निर्भरता इसे टैरिफ के असर से बचाने में मदद कर रही है।

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