रंगों के त्योहार होली पर पूरे शहर बालोद में उत्साह और उमंग का माहौल देखने को मिला। सुबह से ही चौराहों और गलियों में रंग-बिरंगे चेहरे उत्सव की खुशी में डूबे नजर आए। बुधवारी बाजार, मोखला मांझी, नयापारा, आमापारा कलामंच, साईं मंदिर, गंजपारा दुर्गा मंदिर,
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नगर पालिका में खेली गई सूखी होली नगर पालिका बालोद में सूखी होली खेली गई। राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने एकजुट होकर भाईचारे और सौहार्द का संदेश दिया। इस होली महोत्सव ने न केवल आपसी मेलजोल को बढ़ावा दिया। बल्कि शहर के राजनीतिक माहौल को भी रंगीन बना दिया। वहीं कांग्रेस भवन में महिला नेत्रियों ने एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर त्योहार मनाया।

पारंपरिक विधि-विधान से होलिका दहन रात 8 से 11 बजे के शुभ मुहूर्त में शहरभर में पारंपरिक विधि-विधान के साथ होलिका दहन किया गया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। जहां पुलिस ने शहर और ग्रामीण इलाकों में लगातार पेट्रोलिंग कर शांति बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई। प्रशासन की ओर से भी प्रमुख स्थलों पर विशेष निगरानी रखी गई।
शहर के पुराना बस स्टैंड शिव मंदिर, शिकारीपारा, आमापारा शिव मंदिर, पाररास कलामंच, कुंदरूपारा मंच, जुर्रीपारा, माधुचौक और शीतला मंदिर सहित कई स्थानों पर श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर होलिका दहन किया। भक्तों ने अग्नि को आहुति देकर बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया और सुख-समृद्धि की कामना की।