स्थाणु महादेव मंदिर में डमरू की धुन पर हुई भस्म आरती।
कुरुक्षेत्र में महाशिवरात्रि पर भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी लाइनें लगी रहीं। श्रद्धालुओं को जल चढ़ाने के लिए लंबा इंतजार भी करना पड़ा। मंदिर में मध्यरात्रि भगवान शिव की भस्म आरती की गई। 4 लाख से ज्यादा श्रद्धालु भस्म आरती
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संगमेश्वर महादेव मंदिर में भस्म से अभिषेक करते श्रद्धालु।
संगमेश्वर महादेव मंदिर में रात करीब साढ़े 11 बजे जलाभिषेक रोककर भस्म आरती आरंभ की गई। दूर-दराज से संत-महात्माओं ने मंत्रोच्चार के बीच उज्जैन महाकाल की तर्ज पर संगमेश्वर महादेव की भस्म आरती की। इसके लिए गाय के गोबर के उपलों से 21 किलो भस्म (राख) को तैयार की गई थी। करीब 1 घंटे की आरती के दाैरान श्रद्धालु मंदिर प्रांगण में भजन-कीर्तन करते रहे।
उधर, स्थाणुश्वर महादेव मंदिर कुरुक्षेत्र में भी भस्म से स्थाणु महादेव की भस्म से आरती कर श्रृंगार किया गया। यहां भी आरती के समय जलाभिषेक नहीं किया गया। डमरू की धुन पर जल चढ़ाने आए श्रद्धालु झूमने लगे। हालांकि आरती के बाद दोबारा श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। आज भी जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं का मंदिर में तांता लगा रहा है।