परंपरागत रीति-रिवाज के अनुसार सोमवार को सबसे पहले गणेश मंदिर के शिखर से पंचशूल को उतारा गया।
देवघर के प्रसिद्ध बैद्यनाथ धाम में महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई हैं। परंपरागत रीति-रिवाज के अनुसार सोमवार को सबसे पहले गणेश मंदिर के शिखर से पंचशूल को उतारा गया। चिंतामणी भंडारी की अगुवाई में यह कार्य दोपहर में संपन्न हुआ।
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पंचशूल को उतारने की प्राचीन परंपरा के तहत अब क्रमशः अन्य मंदिरों से भी पंचशूल उतारे जाएंगे। भंडारी परिवार के राजू भंडारी और उनके सहयोगी इस काम को करेंगे। पंचशूल को बाबा मंदिर प्रशासनिक भवन में ले जाया गया है, जहां इसकी सफाई की जाएगी।
24 को बाबा बैद्यनाथ और माता पार्वती मंदिर के पंचशूल उतारे जाएंगे। इस दिन श्रद्धालुओं की काफी भीड़ होगी। इससे पहले दोनों मंदिरों के बीच का गठबंधन खोला जाएगा। गद्दी घर में सभी मंदिरों के पंचशूलों की विधिवत पूजा की जाएगी। आचार्य गुलाब और पुजारी श्रीश्री गुलाब नंद ओझा तांत्रिक विधि से लगभग दो घंटे तक पूजा करेंगे।