सुबह की फ्लाइट से अमृतसर से अहमदाबाद हवाई अड्डे पहुंचे गुजराती।
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने पदभार संभालते ही अवैध रूप से अमेरिका में घुसे भारतीयों समेत नागरिकों को वापस भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। बीते बुधवार को अमेरिकी वायुसेना का एक विमान पंजाब के अमृतसर पहुंचा, जिसमें अवैध रूप से वहां रह रहे भारतीयों को
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बेटी को देखते ही पिता फूट-फूटकर रोने लगे
अहमदाबाद एयरपोर्ट से गुजरातियों की बाहर लाती हुई पुलिस।
गुजरात के रहने वाले लोग आज सुबह अमृतसर से अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचे। निर्वासित गुजरातियों में 28 लोग उत्तर गुजरात के हैं। इनमें से 4 लोग मध्य गुजरात से हैं और एक दक्षिण गुजरात से है। वडोदरा के लूना गांव में रहने वाली एक लड़की जैसे ही अपने घर पहुंची, उसका परिवार भावुक हो गया। बेटी के देखते ही पिता फूट-फूटकर रोने लगे। वहीं, भाई ने कहा कि प्लेन में हथकड़ी लगाए जाने से बहन के दिमाग पर गहरा असर हुआ है।
अहमदाबाद पहुंचने के बाद पुलिस ने इन लोगों को अपने वाहनों से उनके गृहनगर तक पहुंचाया। अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचे 33 गुजरातियों से यहां पूछताछ नहीं की गई। लेकिन, उनके गृहनगर ले जाए जाने के बाद, प्रत्येक जिले के एलसीबी कार्यालयों द्वारा उनसे पूछताछ की जाएगी।
अमेरिकी सेना ने एक लाइन में चेन से बंधे भारतीयों को प्लेन में चढ़ाया।
फिलहाल नहीं हो रही पूछताछ- एसीपी अहमदाबाद के एच डिवीजन एसीपी आरडी ओजा ने बताया कि अमृतसर फ्लाइट से आए 33 लोगों को उनके घर भेज दिया गया है। वे जिस भी जिले से आए हैं, उन्हें वहां की पुलिस के साथ भेज दिया गया है। इस समय कोई पूछताछ नहीं की गई है।
यात्रियों में से अधिकांश युवा सुबह जब विमान अहमदाबाद हवाई अड्डे से इन्हें बाहर निकाला गया तो स्थानीय पुलिस ने उनके पासपोर्ट और संपर्क नंबरों का सत्यापन किया। अमृतसर से पहले से आई सूची के अनुसार सभी को बाहर निकाला गया। आने वाले यात्रियों में से अधिकांश युवा थे। इसमें एक परिवार का सदस्य भी शामिल है और अब स्थानीय एलसीबी इस बारे में प्रारंभिक बयान लेगी कि कब इन सभी की आगे की जांच की जाएगी और आगे की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा।