पीड़िता ने सीएम नायब सैनी,सीएम विंडो और पुलिस कमिश्नर को लिखित रूप में शिकायत दर्ज करवाई है
हरियाणा के सोनीपत में जिला खाद्य एवं पूर्ति विभाग के DFSC की एक लड़की द्वारा धुनाई करने का मामला सामने आया था। इसके बाद हरवीर रावत ने सिविल लाइन थाना में दोनों लड़कियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। मामले में गोहाना के एक गांव की रहने वाली लड़की ने
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सोनीपत के खाद्य एवं पूर्ति विभाग में कार्यरत डीएफएससी ने जिन लड़कियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। उनमें से एक लड़की ने दैनिक भास्कर के सामने आकर DFSC हरवीर सिंह पर छेड़खानी के गंभीर आरोप लगाए हैं। मामला क्या था
सोनीपत के सिविल लाइन थाना में सोनीपत के DFSC हरवीर सिंह ने पुलिस को बताया था कि दो लड़कियां राशन कार्ड , फैमिली आईडी से संबधित समस्या लेकर उनके कार्यालय में आईं थी। DFSC के अनुसार, अंतिम बार जब वह लड़की उनके पास आई और पूछा कि उसे समाधान शिविर मे जाकर क्या बताना है। अधिकारी ने उसे फिर से पूरी प्रक्रिया के बारे मे बताया। इसके बाद लड़की दरवाजे की तरफ गई। फिर एक दम से वापस मुड़ कर आ गई। लड़की ने मेज पर रखी चीजों को धक्का मारा, जिसकी वजह से वहां रखा पानी का ग्लास, DFSC का फोन आदि सब कुछ फर्श पर गिर गया। लड़की ने इसके बाद चिल्लाते DFSC को थप्पड़ मारने शुरू कर दिए। साथ ही वह आवाज देकर अपने साथियों को बुलाने लगी। कार्यालय में शोर –शराबा सुनकर अधीक्षक भी वहां पहुंची। इसके बाद दूसरे स्टाफ के कर्मी भी वहां उनके कमरे में आ गए। DFSC का कहना है कि अधीक्षक के सामने भी लड़की ने उसे थप्पड़ मारना जारी रखा। बड़ी मुश्किल से लड़कियों को वहां से हटाया गया।
सोनीपत के DFSC हरवीर सिंह रावत जिन पर छेडख़ानी के आरोप पीड़िता ने लगाएं हैं
पीडित लड़की ने लगाए आरोप और बोली
जिस लड़की ने DFSC हरवीर सिंह की धुनाई की थी ।उस लड़की ने आरोप लगाते हुए कहा है कि वह अपनी दोस्त मोना उर्फ मोनिका के साथ पीला कार्ड बनवाने के लिए खाद्य एवं पूर्ति विभाग के ऑफिस में गई थी। कार्यालय पहुंची तो उनके कार्यालय में कोई बैलेंस से बैठा हुआ था और उन्होंने कुछ देर इंतजार करने के लिए बोला और कुछ देर बाद DFSC हरवीर सिंह द्वारा अंदर बुलाने के लिए कहा गया। पीड़ित लड़की ने बताया कि उनके माता-पिता नहीं है और उन्होंने डीएफसी से पीला कार्ड बनवाने के लिए पूछा कि कहां और कैसे बनेगा। इस दौरान DFSC हरवीर सिंह ने पूछा कि वह क्या करती है तो लड़की ने कहा वह एक एक स्पोर्ट्स पर्सन है। इस पर उन्होंने अपना नंबर देते यह कहा कि 1 घंटे का इंतजार करो, मैं आपको बताऊंगा। एक से डेढ़ घंटा उन्होंने इंतजार किया और इस दौरान भी वहां पर बैठी थी तो उसकी फ्रेंड अपने फोन पर बात कर रही थी और 1 घंटे बाद उसे दोबारा अंदर बुलाया गया। पीड़िता ने बताया कि उसे अंदर बुलाने के बाद उन्होंने कहा कि आप एक स्पोर्ट्स पर्सन है। आपके पास मेरा नंबर आ गया है। मेरे घर का यहां से 10 मिनट का रास्ता है। रात को आकर मेरे घर पर आप मिलो। पीड़िता ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा है कि DFSC हरवीर सिंह द्वारा उसे ₹15000 का लालच दिया गया और कहा कि तुझे हर महीने ₹15000 दे दूंगा। यह भी बताया कि उन्होंने उसे यह कहा था कि आपको पीला कार्ड की कोई टेंशन करने की जरूरत नहीं है। राशन की मैं आपकी मौज कर दूंगा। यह सभी बातें होने के बाद डीएफसी द्वारा उसका हाथ पकड़ा और अपनी तरफ खींच लिया। लड़की ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि डीएफसी रावत द्वारा उसके शरीर पर कई जगह पर गलत हाथ लगाया गया है। पीड़ित लड़की ने यह भी बताया कि छेड़खानी के दौरान उन्होंने अपना बचाव करते हुए डीएफसी की पिटाई की थी।
न्याय नहीं मिला तो करूंगी सुसाइड पीड़ित लड़की ने बताया उन्होंने आज अपनी सीएम विंडो में भी शिकायत दी है और उन्होंने कहा कि हाथ जोड़कर अपील करती हूं। सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा लगाते है। लेकिन मैं वहां से तो बच गई और उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। जयवीर रावत एक अधिकारी है तो हर जगह सुनवाई हो रही है। पीड़िता का कहना है कि ने तो कहीं पर उसकी सुनवाई हो रही है और ना ही उसकी शिकायत दर्ज की गई है। लड़की ने कहा कि अगर वह एक अफसर है तो ऐसा नहीं है कि वह किसी के साथ गलत कर देगा किसी की बेटी को छेड़ देगा। वहीं पीड़िता ने यह भी कहा है कि इस दौरान उसने डायल 112 पर भी कॉल की थी। अधिकारी के शिकायत करने के बाद लड़कियों को पहले ही पकड़ कर लिया गया था और फिर उनकी एफ आई आर कटवा दी।
रोहतक में भी है मामला दर्ज
वहीं पीड़ित लड़की के खिलाफ आपराधिक रिकार्ड की चर्चा को लेकर पीड़िता ने कहा है कि वह 4 साल पुराना एक मामला है, जब वह रोहतक रहती थी। वह एक खिलाडी रही है। उसने बताया कि वह 306 का एक मामला है। पीड़ित लड़की ने बताया कि वह एक लड़के से बातचीत करती थी। आर्मी में लगा हुआ था। वह लडका उसको शादी के लिए कह रहा था उसने मना कर दिया। जिसके चलते लड़के ने उसके घर पर आकर सुसाइड कर लिया था और लड़के के परिजनों ने उसके खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया था। पीड़िता ने बताया कि उसे दौरान उन्होंने ही डॉक्टर और उनके परिजनों को सूचना दी थी। पीड़िता द्वारा मांग की गई है। कि अगर उसके साथ न्याय नहीं हुआ तो वह भी खुद को मार लेगी।
DFSC का आरोप- ये सोची समझी साजिश का हिस्सा
डीएफएससी ने दावा किया कि उनको लगता है कि दोनों लड़कियों ने किसी सोची-समझी साजिश के तहत यह कृत्य (हंगामा-मारपीट) की है। उसने दोनों लड़कियों के खिलाफ पुलिस से कार्रवाई की अपील की।
एसपी राहुल देव को सौंपी जांच
मामले को लेकर एसपी राहुल देव को जांच सौंपी गई है।मामले में राहुल देव ने कहा है कि मामले में सबूत जुटाएं जाएंगें और खाद्य एवं पूर्ति विभाग में स्टॉप से पूछताछ की जाएगी और उसके आधार पर आगे की जांच रिपोर्ट तैयार की जाएगी।