China Shein APP; Reliance Retail Licensing Deal | China Indian Market | 5 साल बाद चीनी फास्ट-फैशन ब्रांड की भारत में वापसी: रिलायंस से डील के बाद भारत में एंट्री की इजाजत, 2020 में लगा था बैन


नई दिल्ली1 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
सरकार ने 2020 में भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर बढ़ते तनाव के बीच शीन समेत 50 चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया था। - Dainik Bhaskar

सरकार ने 2020 में भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर बढ़ते तनाव के बीच शीन समेत 50 चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया था।

चीनी फास्ट-फैशन ब्रांड ऐप शीन को 5 साल बाद एक बार फिर से भारतीय मार्केट में लॉन्च किया गया है। BBC के मुताबिक शीन को भारतीय कंपनी रिलायंस रिटेल के साथ समझौते के बाद यह परमिशन मिल पाई। कुछ समय पहले ही शीन ने रिलायंस रिटेल के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अजियो पर अपने कलेक्शन की टेस्टिंग और कैटलॉगिंग शुरू की थी।

रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने भारत में निर्मित और सोर्स किए गए उत्पादों को रिलायंस के प्लेटफॉर्म पर बेचने के लिए एक लॉन्ग टर्म लाइसेंसिंग डील की है। हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।

पिछले साल दिसंबर में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में बताया कि शीन का ऑपरेशन देश के एक स्वदेशी रिटेल प्लेटफॉर्म पर होगा। शीन की प्लेटफॉर्म के डेटा तक पहुंच नहीं होगी।

2020 में भारत ने शीन (Shein) और TikTok सहित दर्जनों चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था।

गूगल प्ले स्टोर पर चीन के फास्ट-फैशन ब्रांड शीन का ऐप।

गूगल प्ले स्टोर पर चीन के फास्ट-फैशन ब्रांड शीन का ऐप।

अभी सिर्फ दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में ही सर्विस उपलब्ध

यह ऐप शनिवार को भारत में लॉन्च किया गया और अब तक इसे 10,000 से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है। यह 199 रुपए में फैशन वियर उपलब्ध करा रहा है। ऐप पर दी गई सूचना के मुताबिक यह एप फिलहाल सिर्फ दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु ही सर्विस दे रहा है। हालांकि यह जल्द ही पूरे देश में सर्विस देगा।

ई-कॉमर्स कंपनी शीन की 170 से अधिक देशों में मौजूदगी है। 5.3 करोड़ यूजर्स हैं। अमेरिका में इसकी ग्रोथ आश्चर्यजनक तरीके से बढ़ रही है। नवंबर 2022 तक अमेरिकी फास्ट-फैशन बिक्री में शीन की हिस्सेदारी 50% पहुंच गई थी, जो जनवरी 2020 में 12% था।

अपने मुख्यालय को चीन से सिंगापुर शिफ्ट करने के बाद शीन को 2023 में 17 हजार करोड़ का फायदा हुआ। इसने कुल 3.83 लाख करोड़ रुपए के प्रोडक्ट बेचे।

रिलायंस-शीन करार के मायने?

चीनी ब्रांड शीन को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अजियो व रिलायंस रिटेल के 19 हजार स्टोर्स में पहुंच मिलेगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज दुनिया का सबसे बड़ा पॉलिएस्टर फाइबर उत्पादक है। इसकी सालाना क्षमता 25 लाख टन है। शीन के प्रोडक्ट में पॉलिएस्टर बड़ी मात्रा में होता है। इससे उसकी मैन्युफैक्चरिंग को सपोर्ट मिलेगा।

रिलायंस का रिटेल बिजनेस को 4 वर्षों में दोगुना करने का लक्ष्य है। कपड़ों की किफायती रेंज से उसे अपना कस्टमर बेस बढ़ाने में मदद मिलेगी। वित्त वर्ष 2024 में रिलायंस की रिटेल बिजनेस से 18% आय बढ़कर 3.06 लाख करोड़ पहुंच गई थी।

शीन जेन-जी यानी 12 से 27 साल के युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है। यह कंपनी हर साल 1.5 लाख नए आइटम लाती है।

शीन जेन-जी यानी 12 से 27 साल के युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है। यह कंपनी हर साल 1.5 लाख नए आइटम लाती है।

शीन क्यों मार्केट बदल सकती है?

शीन जेन जी (12 से 27 साल) के बीच चर्चित है। कंपनी हर साल 1.5 लाख नए आइटम लाती है। हर महीने औसतन 10 हजार। अन्य फास्ट फैशन ब्रांड की तुलना में इसकी ड्रेस 50% सस्ती है। फिलहाल देश में इस सेगमेंट में टाटा ट्रेंट की जूडियो सबसे तेजी से बढ़ रही है। ट्रेंट की कुल आय में एक तिहाई हिस्सा जूडियो से आता है। देशभर में 48 शहरों में 559 स्टोर हैं।

—————————————–

यह खबर भी पढ़ें…

पनामा नहर वापस लेने की अमेरिकी धमकी का असर:पनामा ने कहा- चीन से BRI एग्रीमेंट रिन्यू नहीं करेंगे

पनामा के राष्ट्रपति राउल मुलिनो ने रविवार को कहा कि पनामा चीन के साथ बेल्ट एंड रोड इनशिएटिव (BRI) समझौते को रिन्यू नहीं करेगा। पनामा ने 2017 में चीन के साथ ये समझौता साइन किया था। अब इसके समय से पहले ही खत्म होने के आसार बन रहे हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर…



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *