बिजली की दरों में प्रस्तावित मूल्य वृद्धि के विरोध के स्वर मुखर होने लगे हैं। इसी कड़ी में मध्य भारत मोर्चा के सदस्य शुक्रवार को हाथों में मिट्टी और धूल लेकर शक्ति भवन कार्यालय पहुंचे। यहां नारेबाजी करते हुए विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने बिज
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7.52 प्रतिशत मूल्य वृद्धि का भेजा है प्रस्ताव
बिजली विभाग ने बिजली नियामक आयोग के समक्ष एक आवेदन प्रस्तुत किया है। जिसमें विभाग को 4107 करोड़ का घाटा होने की जानकारी देते हुए क्षतिपूर्ति के लिए बिजली की कीमतों में 7.52 प्रतिशत के हिसाब से वृद्धि करने की मांग की है। बिजली विभाग के इस निर्णय के खिलाफ कई संगठन सड़कों पर उतर आए हैं। मध्य भारत मोर्चा के अध्यक्ष सौरभ यादव ने बताया कि बिजली विभाग द्वारा हर बार घाटा होने का हवाला देकर बिजली की दरों में वृद्धि करने का प्रस्ताव भेजा जाता है। इसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ता है। बिजली विभाग की इस मनमानी के खिलाफ उनका संगठन लगातार आंदोलन करेगा। हाल ही में उन्होंने मुख्यमंत्री को भी इस संबंध में एक पत्र लिखकर बिजली की दरें कम करने की मांग की है।
मांग पत्र सौंपने को लेकर पुलिस से होती रही बहस
शक्ति भवन पहुंचे मध्य भारत मोर्चा के कार्यकर्ताओं और पुलिस कर्मियों के बीच अधिकारियों से मुलाकात को लेकर काफी देर तक बहस होती रही। इसके बाद संगठन के सदस्यों ने मांग पत्र फाड़ कर फेंक दिया। धूल-मिट्टी से भरे पैकेट भी जमीन पर रख दिए और वहां से रवाना हो गए।