जिस परिवार में 8 दिन पहले शादी की खुशियों की शहनाइयां गूंज रही थी, वहां मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात मातम पसर गया। छिंदवाड़ा जिले के तामिया के जुन्नारदेव के बोदलकछार गांव में शादी से एक युवक इतना दुखी हुआ। कि उसने रात को सोते समय पहले अपनी पत्नी की
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इसके बाद मां, बहन, भाई, भाभी और 3 मासूम भतीजे-भतीजियों सहित परिवार के 8 लोगों को कुल्हाड़ी से काटकर मार डाला। सभी की हत्या के बाद घर से कुछ दूर उसने आत्महत्या कर ली। जिस घर में शादी के मंडप की जामुन की पत्तियां भी नहीं सूखी थी, वहां से 9 लाशें एक साथ अंत्येष्टि के लिए निकली।
थाना प्रभारी रविंद्र पवार ने बताया कि आरोपी दिनेश उर्फ भूरा सुयाम का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। उसकी 21 मई को शादी हुई थी। 22 मई को दिनभर रस्मों के बाद पत्नी मायके चली गई। इसी दिन दिनेश ने अपने परिजन से कहा कि उसका दिमाग घूम रहा है। ऐसा लग रहा है कि कुछ कर लूं। इसके बाद परिवार के लोग पास ही चावलपानी गांव में इलाज के लिए ले गए। उसने कुछ दवा खाई पर आराम नहीं मिला।
27 मई को पत्नी वर्षा ससुराल लौटी। इसके बाद 28 मई की रात को दिनेश ने पहले वर्षा को मार डाला। इसके बाद मां सियाबाई, बहन पार्वती, बड़े भाई श्रवण भाभी बरातो, भतीजे कृष्णा, भतीजी सेवंती व सुब्बो की हत्या की। इसके बाद पड़ोस में रहने वाले ताऊपर भी कुल्हाड़ी से वार किया। हमले में ताऊ घायल हो गए।
दादी की नींद न खुलती तो और भी मौतें होतीं: दिनेश के ताऊ आफतिया की बेटी खुशबू ने बताया कि वह और 10 साल का भाई इशु दादी के साथ आंगन में सो रहे थे। दादी चिल्लाई तो पिता की नींद खुल गई। वह दिनेश की ओर दौड़े तो भाग गया। नहीं तो दिनेश और लाशें बिछा देता।
सीएम डॉ मोहन यादव ने घटना की जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मृतक आश्रितों को 10 लाख रु. और घायल को 5 लाख रुपए देने की घोषणा की।
रील बनाने का शौक, पर शादी से जुड़ी कोई रील नहीं बनाई आरोपी को बड़ी बहन आशा बाई ने बताया कि दिनेश के व्यवहार में शादी के बाद से अचानक बदलाव आ गया था। वह परेशान रहने लगा था। उसका शादी के तीसरे दिन चावलपानी गांव में डिप्रेशन का इलाज भी करवाया। शादी से पहले उसे ऐसी कोई समस्या नहीं थी। उसे सोशल मीडिया पर रील बनाने का शौक था, पर शादी से जुड़ी उसने कोई भी रील नहीं बनाई। पड़ोस के लोगों ने बताया कि वह शादी से खुश नहीं था। दिनेश के पास 5 एकड़ जमीन थी। खेती भी करता था।