19 पर्यटकों के साथ पैलेस ऑन व्हील्स चित्तौड़गढ़ पहुंची और देर रात को वापस रवाना हुई।
पैलेस ऑन व्हील शुक्रवार को 19 पर्यटकों के साथ चित्तौड़गढ़ पहुंची, जो रात के करीब 2 बजे रवाना यहां से रवाना हुई। पर्यटकों में न्यूजीलैंड में रहने वाले भारतीय परिवार से 13 मेंबर भी साथ आए। पर्यटकों को चित्तौड़ दुर्ग ले जाया गया। यहां पर्यटकों ने संत मी
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अगले हफ्ते क्रिसमस और न्यू ईयर पर सजाया जाएगा
शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील शाम 4 बजे के करीब चित्तौड़गढ़ स्टेशन पहुंची। यहां से लग्जरी बस से अभी पर्यटकों को दुर्ग ले जाया गया। ट्रेन में आज बहुत कम पर्यटक आए थे। इस महीने शाही ट्रेन में पर्यटकों की संख्या कम ही रही। चार बार ट्रेन रद्द भी कर दी गई थी। पर्यटकों में 2 भारतीय, 13 न्यूजीलैंड (भारतीय परिवार), 3 अमेरिकन और 1 इंग्लैंड के थे। ट्रेन को अगले हफ्ते क्रिसमस और न्यू ईयर के लिए सजाया जाएगा।
पर्यटक यहां चित्तौड़गढ़ पहुंच कर खुश दिखे।
जौहर के बारे जानकार हुए सरप्राइज
न्यूजीलैंड में रहने वाले पटेल और रेड्डी परिवार से 13 मेंबर्स आए थे। दुर्ग पहुंचने के बाद वे सबसे पहले विजय स्तंभ और पद्मनी महल पहुंचे। इस दौरान गाइड हरीश साहू ने उन्हें चित्तौड़गढ़ में होने वाले मीरा महोत्सव के बारे में जानकारी दी। जिसे जानकर पटेल और रेड्डी परिवार के सीनियर सदस्यों ने बच्चों को संत मीराबाई के बारे में जानकारी दी और बाद में गाइड से भी मीरा बाई के बारे में डिटेल ली। गाइड हरीश साहू ने बताया कि जब वह पद्मिनी महल पहुंचे तो जौहर के बारे में सुनकर काफी सरप्राइज हुए। इसके अलावा उन्होंने मीरा मंदिर के भी दर्शन किए।
बच्चों को भारतीय मूल से जोड़ना है उद्देश्य
आखिर में रात को सबको लाइट एंड साउंड में ले जाया गया। लाइट एंड साउंड में चित्तौड़गढ़ के इतिहास को जानकर भी वे सभी खुश हुए। परिवार अपने बच्चों को भारतीय मूल से जोड़कर रखना चाहती है इसलिए उन्हें इस ट्रिप में लाया गया। इस ट्रेन में अन्य दो इंडियंस भी थे, जो इंडिया से ही आए थे। बाकी अमेरिका और इंग्लैंड से आए पर्यटकों को भी हिस्ट्री की जानकारी दी गई। सभी पर्यटक रात को ट्रेन में लौट आए और ट्रेन रात के करीब 2 बजे यहां से रवाना हुई।