कालीखाड़ हादसे के बाद दौसा कलेक्टर के निर्देश पर खुले पड़े बोरवेल और कुओं को ढकने का अभियान चलाया जा रहा है।
दौसा के पापड़दा क्षेत्र के कालीखाड़ गांव में पिछले दिनों बोरवेल में गिरे पांच साल के मासूम आर्यन की मौत के बाद प्रशासन द्वारा जिले में विशेष अभियान चलाकर खुले कुएं और बोरवेल को चिन्हित कर ढकने की कार्यवाही की जा रही है। कलेक्टर देवेंद्र कुमार के निर्द
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कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने बताया कि स्थानीय इकाई ग्राम पंचायत और नगरपालिका सहित राजस्व विभाग और कृषि विभाग व सरपंच , वार्ड पंच सहित जनप्रतिनिधियों के सहयोग से जिले में खुले कुएं और बोरवेल को चिन्हित कर ढकने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। उन्होंने आम जनता से इस कार्य में सहयोग की अपेक्षा करते की है, साथ ही कहा कि प्रशासन के द्वारा चलाए जा रहे अभियान में सहयोग नहीं करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।
दौसा जिले में खुले बोरवेल मिलने पर कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने सख्त कार्रवाई की बात कही है।
कलेक्टर के निर्देश के बाद जिले में बोरवैल सेफ्टी अभियान रंग दिखाने लगा है। हालांकि इस अभियान में बेशक अभी आमजन अपनी भागीदारी निभाने से बच रहे हों, लेकिन सरकारी महकमें ने अभियान में दमखम लगा रखा है। संभवत प्रदेश या देश में किसी कलेक्टर की ये अपने आप में पहली बड़ी पहल होगी। इस पहल से अन्य जिलों में भी इस सुरक्षा अभियान को संचालित करने का संदेश जाएगा।
वहीं सूखे कुएं और बोरवेल खुले मिलने पर प्रशासन की ओर से सख्ती की तैयारी है। कलेक्टर का साफ तौर पर कहना है कि समझाइश व प्रयास के बाद यदि कोई बोरवैल घर या खेत में खुला पाया जाता है तो ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।