पंचकूला में पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग करते डीजीपी शत्रुजीत कपूर।
हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने तीन नए कानूनों को प्रभावी तरीके से लागू करने, हिंसक अपराध नियंत्रण और नशा मुक्ति को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। डीजीपी ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम
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नशा मुक्ति को लेकर प्रदेश में किए गए कार्यों की समीक्षा करते हुए पुलिस महानिदेशक ने कहा कि प्रदेश को नशा मुक्त बनाना हरियाणा पुलिस की बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। हालांकि प्रदेश में नशा मुक्ति को लेकर सराहनीय कार्य किया जा रहा है। लेकिन इसे पूर्णतया नशा मुक्त करने के लिए और अधिक योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाना अत्यंत आवश्यक है।
डीजीपी बोले- नशा तस्करों पर हो कार्रवाई
उन्होंने स्पष्ट कहा कि गांवों अथवा वार्डों को नशा मुक्त करने के लिए जरूरी है कि लोगों को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ इसकी तस्करी करने वाले लोगों पर शिकंजा कसा जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक नशा बेचने वालों के खिलाफ सख्ती करें।
बैठक में निर्देश दिए कि वे प्रतिबंधित दवाइयों की बिक्री करने वाले फार्मासिस्ट के खिलाफ नियम अनुसार कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। इस मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए काम करें। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस अधीक्षक दवा विक्रेताओं के साथ बैठकें करें और उन्हें इस बारे में कानूनी प्रावधानों की जानकारी दें ।
अपराधियों के खिलाफ सख्ती के आदेश
डीजीपी कपूर ने अपराध नियंत्रण को लेकर भी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने पुनः दोहराया कि अपराध नियंत्रण के लिए जरूरी है कि उसके घटित होने से पहले ही आवश्यक प्रबंध किए जाए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अपराधियों के खिलाफ सख्ती करनी है और उन पर कड़ी कार्रवाई करनी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने की अनुमति किसी को नहीं है। बैठक में अपराधियों द्वारा अपनाए जाने वाले नए तौर तरीकों से निपटने को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई।