Varanasi News National Volleyball Tournament; UP team is the strongest contender for gold | नेशनल वॉलीबॉल टूर्नामेंट; स्वर्ण की प्रबल दावेदार UP टीम: पहले दो मैचों में दर्ज की जीत, किसान के बेटे के जिम्मे है कप्तानी, बोला- फिर आएगा गोल्ड – Varanasi News


‘हमने पिछली बार भी स्वर्ण पदक जीता था। इस बार भी हमारी प्रैक्टिस अच्छी हुई है। पहले दिन हमने सीबीएसई को और दूसरे दिन आसाम को हराया है। पिछली बार हमने गोल्ड जीता था और इस बार भी हमारा गोल्ड ही आएगा क्योंकि हमारी टीम में हर कोई गेमचेंजर है।’

.

ये कहना है 68वीं वॉलीबॉल नेशनल अंडर-14 बालक टीम के कप्तान अभिषेक यादव का; अभिषेक गाजीपुर के रहने वाले हैं और किसान के बेटे हैं। उन्होंने आगे कहा- हम लोग दो माइक जीत चुके हैं। आगे होने वाले भी मैच जीतेंगे और हम गोल्ड पर कब्जा करेंगे।

वाराणसी में 10 दिसंबर से शुरू हुई नेशनल सब जूनियर वॉलीबॉल प्रतियोगिता में यूपी बालक टीम अपना खिताब बचाने के लिए उत्तरी है। 67वीं प्रतियोगिता के विनर वाराणसी ने पिछली बार हरियाणा को फाइनल में शिकस्त दी थी और मणिपुर को सेमीफाइनल में। ऐसे में दैनिक भास्कर प्रैक्टिस सेशन में खिलाड़ियों और कोच से बात की और यूपी टीम की स्ट्रेटजी जानी…

किसान के बेटे अभिषेक को कमान अभिषेक यादव गाजीपुर के रहने वाले हैं। इस समय वो गोरखपुर स्पोर्ट्स कालेज में हैं। अभिषेक ने बताया- हमने तैयारी बहुत पक्की की है। पिछली बार हमारा स्वर्ण पदक लगा था। मै इस टीम में अकेला हूं जिसने पिछली बार भी टूर्नामेंट खेला था जो उड़ीसा में हुआ था। हम लोगों ने टूर्नामेंट शुरू होने से पहले पांच दिन का प्रैक्टिस सेशन किया है जिसमें कॉम्बिनेशन प्रैक्टिस हमारे कोच सर ने कराई है।

कई खिलाड़ी हैं गेम चेंजर अभिषेक ने बताया- हमारी टीम में शिवम, शाकिर, अनस और शेखर प्लस पॉइंट हैं। ये चारों बहुत अच्छे प्लेयर हैं। इनके रेट कोई भी टीम हमपर हावी नहीं हो सकती क्योंकि ये समय-समय पर दबाव बनाना जानती है। आसाम के मैच में शाकिर और शिवम ने मेरा साथ दिया जिससे हम मैच जीत गए। पूरी टीम ने एकजुट होकर दोनों ही मैच में जीत दर्ज की है।

हरियाणा और मणिपुर टफ अभिषेक ने बताया- पिछली बार जब मै टूर्नामेंट खेलने गया था तो दो तीन सबसे टफ थी। एक मणिपुर दूसरी हरियाणा। मणिपुर को हमने सेमीफाइनल में हराया और हरियाणा को फाइनल में पर दोनों ही टीमों ने कड़ी टक्कर दी थी।

किसान के बेटे शाकिर को बड़ी जिम्मेदारी शाकिर बरेली के रहने वाले हैं। शाकिर भी इस टीम का हिस्सा हैं और पहली बार नेशनल खेल रहे हैं। गोरखपुर स्पोर्ट्स हॉस्टल के खिलाड़ी शाकिर के पिता किसान हैं। उनकी प्रतिभा को उनके स्कूल ने पहचाना और आज वो स्पोर्ट्स हॉस्टल में हैं। शाकिर अटैकर की भूमिका निभाते हैं। शाकिर ने बताया- टीम में सभी खिलाड़ी गेम चेंजर हैं। कोई भी कभी भी मैच पलट सकता है। हम दो मैच जीत चुके हैं। इसबार भी गोल्ड जीतेंगे।

कॉम्बिनेशन प्रैक्टिस से मिलेगा फायदा वहीं टीम के अन्य खिलाड़ियों प्रभाकर, शिवम् और अनस ने कहा हम लोगों ने टूर्नामेंट के पहले पांच दिन प्रैक्टिस की है। कोच ने हमने कॉम्बिनेशन प्रैक्टिस कराई है जो सबसे जरूरी है। ऐसे में हम कह सकते हैं कि हमारी तैयारी अच्छी है और इसका परिणाम पहले दो मैच में हमें मिल चुका है। आसाम ने थोड़ा टफ मूव बनाया था पर हम जीत गए।

अब जानिए कोच ने क्या बताया और कितनी है उन्हें उम्मीद…

मुकेश सिंह उत्तर प्रदेश टीम के कोच हैं। उन्होंने बताया- हमारी टीम का कप्तान पिछली बार खेल चुका है। हमारी टीम में वो सबसे अच्छा खिलाड़ी है। इसके अलावा टीम में सभी खिलाड़ी गेम चेंजर बन सकते हैं। ऐसा नहीं है कि कोई एक गेम चेंजर है। खेल के दौरान कोई भी गेम चेंजर बन सकता है। उन्होंने कहा हमारी टीम अच्छा खेल रही है ऐसे में हमारी टीम स्वर्ण पदक जीतेगी।

हरियाणा की टीम काफी अच्छी टीम की कोच मुकेश ने भी बताया- इस टूर्नामेंट में हरियाणा की टीम भी टफ होगी। चार साल पहले भी वह टीम काफी टफ थी और आज भी है क्योंकि पिछली बार भी उसने ही यूपी के साथ फाइनल खेला था।

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *