If not in the horoscope, then auspicious yoga will be formed by deeds: Husband and wife can form Lakshmi Narayan Yoga by keeping good relations with their in-laws | कुंडली में नहीं, तो कर्मों से भी बनेगा शुभ योग: पति-पत्नी अपने ससुराल से अच्छे संबंध रखकर बना सकते है लक्ष्मी नारायण योग

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24 मिनट पहले

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जन्म कुंडली में बुध और शुक्र ग्रह मिलकर बेहद शुभ लक्ष्मी नारायण योग बनाते हैं। ये प्रसन्नता, प्रतिष्ठा और संपत्ति देने वाला योग है। ये जन्म कुंडली में न भी हो तो, दैनिक जीवन में अपने कामों से बना सकते हैं।

आइए समझते हैं कैसे…

ज्योतिष में शुक्र ग्रह प्रेम,आनंद, वैभव, घर, वाहन और लक्ष्मी जी के कारक ग्रह है। इनका शुभ फल पाने के लिए पति-पत्नी को एक दूसरे के साथ प्रेम से रहना चाहिए। अपने ससुराल पक्ष में सास-ससुर, साले-साली, रिश्तेदारों, सहयोगियों से अच्छा व्यवहार करें।

वाणी, विचार और आचरण भी अच्छा रखें। इन लोगों को छोटी-छोटी खुशियां दें। उनके कामों में मदद करें। वहीं, बुध ग्रह बुद्धि, बिजनेस, लेखन, वित्तीय व्यवस्था और मनोविनोद का कारक ग्रह है। बुध के शुभ प्रभाव पाने के लिए भगवान विष्णु की पूजा करें और साथ ही इन मामलों में इमानदारी रखें।

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