पलामू पुलिस ने एक क्रशर पर फायरिंग करने जा रहे सुजीत सिन्हा गैंग के छह अपराधियों को हथियार के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी चैनपुर थानाक्षेत्र के करसो में की गई। गिरफ्तार अपराधियों में शाहपुर का अशफाक खान (25), पांकी थाना क्षेत्र के खपरमंडा का कुश कुमार यादव (21), पांकी के चापी कला का दीपक कुमार भुईया (30), सतबरवा के पोची का गुलशन कुमार विश्वकर्मा (22), चैनपुर के गर्दा का आशिफ अहमद उर्फ राजा खान (22) और चैनपुर के कुरैशी मोहल्ला का रहने वाला फरहान कुरैशी उर्फ शैलू कुरैशी (24) शामिल है। गिरफ्तार दीपक कुमार भुईयां जेजेएमपी का सदस्य रहा है। वहीं, आशिफ खान नुक्कड़ नाटक का कलाकार है। अपराधियों के पास से पुलिस को तीन देशी पिस्तौल, एक देशी कट्टा, तीन गोली, तीन बाइक और 7 मोबाइल फोन जब्त किया है। 29 नवंबर को किया था फायरिंग
एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि 29 नवंबर की रात चैनपुर थाना अंतर्गत डोकरा-चांदो स्थित क्रशर पर हुई फायरिंग की घटना के सिलसिले में अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया था। टीम लगातार छापामारी कर रही थी। इसी क्रम में पता लगा कि चैनपुर-सलतुआ रोड पर छह व्यक्ति अवैध हथियार के साथ किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए धरती अहरा के पास से तीन बाइक पर सवार छह को गिरफ्तार किया। रंगदारी देने में देर करने पर चलाई थी गोली
पूछताछ में अपराधियों ने बताया है कि सुजीत सिन्हा गैंग के लिए काम करते हैं और करसो स्थित क्रशर मालिक द्वारा रंगदारी देने में देरी करने पर फायरिंग करने जा रहे थे। अपराधियों ने तीन दिन पहले क्रशर प्लांट में फायरिंग की घटना में संलिप्त होने की बात कही है। क्रशर प्लांट के कर्मी से लूटा गया मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है। चेन की तरह काम करता है गिरोह का नेटवर्क
सुजीत सिन्हा के गैंग में गुर्गों की बहाली चेन नेटवर्क की तरह होती है। गैंग से जुड़ने वाले युवा अपने दोस्तों को इससे जोड़ देते हैं। गोली कांड में गिरफ्तार अपराधियों का सरगना फरहान कुरैशी है। फरहान शहर और चैनपुर इलाके में गोली चलाने के मामले में जेल गया था। जेल में ही रांची जेल से पलामू जेल में शिफ्ट हुए सुजीत सिन्हा के एक करीबी से मुलाकात हुई और वह भी गैंग में शामिल हो गया। फरहान ने अशफाक को अपने साथ जोड़ा और फिर छह अपराधियों का ग्रुप बन गया। जेजेएमपी का दीपक भुईयां जेल से निकलने के बाद सुजीत गैंग से जुड़ गया। गैंग के कुछ खास लोग ही सुजीत सिन्हा के संपर्क में रहते हैं।