दीपिका लंबे समय से भाजपा की सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में समाज सेवा कर रही थी।
सूरत में अलथाण के वार्ड-30 की भाजपा महिला मोर्चा की प्रमुख दीपिका नरेशभाई पटेल ने रविवार दोपहर आत्महत्या कर ली। हालांकि परिजन इसे हत्या बता रहे हैं। दीपिका की रिश्तेदार मिनेश पटेल ने बताया कि दीपिका लंबे समय से भाजपा की सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में स
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पति नरेश पटेल (बीच में) और पार्षद चिराग सोलंकी के साथ दीपिका।
आत्महत्या नहीं, हत्या है: परिजन दीपिका की मौत पर उनके परिजनों का कहना है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है। फांसी वाली जगह कोई डोरी या दुपट्टा नहीं था। बच्चे घर पर थे, लेकिन उनके पति खेत पर गए थे। कमरे में केवल पार्षद चिरागभाई और एक अन्य व्यक्ति आकाश मौजूद थे। उन्होंने आगे कहा कि फांसी के मामले में पहले पुलिस को सूचना दी जाती है। लेकिन, पार्षद चिराग ने पुलिस को नहीं बुलाया, बल्कि शव खुद फंदे से उतारा।

पार्षद चिराग सोलंकी को राखी बांधती थीं दीपिका।
क्या हुआ था रविवार की दोपहर बीते दिन दोपहर करीब 2 बजे घर पर दीपिका बच्चों के साथ घर में ही थीं। इसी बीच दीपिका ने एक कमरे में खुद को बंद कर लिया। काफी देर तक दरवाजा न खोलने पर उनके बच्चों ने पिता नरेश पटेल और पार्षद चिराग सोलंकी को फोन पर सूचना दी। सूचना मिलते ही चिराग सबसे पहले दीपिका के घर पहुंचे। हालांकि, कमरा अंदर से बंद था, इसलिए चिराज दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुए।

शाम 4 बजे पीएम के लिए सिविल अस्पताल लाया गया दीपिका का शव।
चिराग ने दीपिका को नीचे उतारा दीपिका ने पंखे से लटककर सुसाइड कर लिया था। चिराग ने तुरंत दीपिका को फांसी से नीचे उतारा और डॉक्टर आकाश पटेल को बुलाया। घटना के आधे घंटे बाद दीपिका का भतीजा घर आया और आसपास के लोगों को जानकारी देकर दीपिका को सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
फॉरेंसिक जांच में फांसी लगने से मौत होने की पुष्टि दीपिका के दो बेटे और एक बेटी है। पति नरेश खेती-बाड़ी करते हैं। पीएम के दौरान डीसीपी विजय सिंह गुर्जर, चौर्यासी के विधायक संदीप देसाई और मेयर दक्षेश मावाणी भी पहुंचे थे। सिविल के फॉरेंसिक विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दीपिका पटेल की मौत फांसी लगने की वजह से हुई है। गला दबाने और अन्य किसी कारण से मौत होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस फांसी लगाने सहित अन्य कारणों की जांच कर रही है।