हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में तेज रफ्तार अब वाहन चालकों पर भारी पड़ेगी। शिमला पुलिस ने ड्राइवर पर शिकंजा के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ऑनलाइन चालान काटने के लिए पांच जगह कैमरे लगा दिए है। इनमें से चार जगह कैमरे ने काम करना शुरू कर दिया है।
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शिमला पुलिस ने इन कैमरों को इंटेलिजेंस ट्रांजिट मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) से तहत लगाया है। इसके बाद पुलिस को चालान करने के लिए सड़कों पर उतरने की जरूरत नहीं रही।
पुलिस के अनुसार, सात-आठ महीने पहले ही कैमरे लगा दिए गए थे और वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहे थे। मगर अब इन कैमरों से ऑनलाइन चालान भी शुरू कर दिए गए है। पुलिस प्रशासन इनके लिए कनेक्टिंग सर्वर (इंस्टॉलेशन) कर दिए है। लिहाजा अब तेज रफ्तार वाहनों का सीधा मोबाइल पर चालान का मैसेज आएगा।
ITMS सिस्टम (प्रतीकात्मक फोटो)
1 करोड़ की आई लागत
शिमला विश्व विख्यात पर्यटन स्थल है। यहां रोजाना लगभग 15 से 25 हजार वाहन आते-जाते हैं। ऐसे में सड़क हादसों को कम करने और तेज रफ्तार से चलने वाले वाहन चालकों को शिकंजा कसने के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करीब 1 करोड़ की लागत से 5 जगहों पर ITMS सिस्टम लगाए गए थे।
ये कैमरे चौड़ा मैदान, नव-बहार, मेहली, ढली और ओल्ड बैरियर में लगाए गए। इन्ही सभी में से 4 जगह चालान होना शुरू हो गए है। लेकिन शिमला के चौड़ा मैदान में अभी भी नहीं हो रहे है।
एसपी ने दी जानकारी
पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ITMS सिस्टम लगाए गए है। इसके तहत ऑनलाइन चालान हो रहे है। उन्होंने कहा कि शहर में यह पांच जगह लगाए गए है। चौड़ा मैदान को छोड़कर बाकी सभी जगह पर चालान हो रहे है।
एसपी शिमला ने बताया कि चौड़ा मैदान में सर्वर इंस्टॉलेशन नहीं हो पाया है इसको दिवाली के बाद कर दिया जाएगा और वहां भी चालान होना शुरू हो जाएंगे।