कानपुर में जिम ट्रेनर ने एक कारोबारी की पत्नी की हत्या कर दी। पुलिस ने रात के अंधेरे में कैसे डीएम कंपाउंड में शव की गुपचुप तरीके से बरामदगी करने पहुंची। इसके बाद भी मामले की जानकारी दैनिक भास्कर को लग गई। सबसे पहले मौके पर पहुंचकर पल-पल की जानकारी क
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आखिर रात के अंधेरे में अफसर कैसे गोपनीय ऑपरेशन चला रहे थे। आरोपी को भी पुलिस ले गई। उसने बताया कि कहां पर शव को गाड़ा है। पत्नी का कंकाल और कपड़े देखते ही पति अचेत हो गया। किस तरह से अपने साले से लिपटा। बिलख कर रोने लगा। शव बरामदगी करने तक की कब क्या और कैसे हुआ लाइव रिपोर्ट पढ़िए।
विमल ने पहले पुलिस को सुनाई थी झूठी कहानी
जहां लाश दफनाई गई, वहां रात को अंधेरा रहता है।
कोतवाली पुलिस को शनिवार दोपहर को पूछताछ के दौरान विमल ने बताया-उसने एकता गुप्ता का मर्डर करके डीएम कंपाउंड में शव गाड़ दिया है। क्योंकि इससे पहले बिठूर से लेकर गंगा में शव फेंकने की झूठी कहानी विमल ने गढ़ी थी। लेकिन, सीसीटीवी फुटेज, लोकेशन के मिलान के चलते पुलिस की जांच में फंसता चला गया।
अंत में टूटकर बता दिया कि हां मैंने एकता का मर्डर किया। डीएम कंपाउंड के ऑफिसर्स क्लब में शव को गाड़ दिया है। यह जानकारी मिलते ही अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। मामले की जानकारी पुलिस कमिश्रर अखिल कुमार और एडिशनल सीपी हरीश चंदर से साझा की गई। अफसरों को लगा कि डीएम कंपाउंड का मामला है। इसका जबरदस्त मीडिया ट्रायल हो जाएगा। फिर देर रात शव को निकालने का फैसला लिया।
अब जानिए समय के अनुसार पूरा घटना के पल-पल का सच
रात 10 से 11 बजे तक का हाल रात 10 बजे आरोपी को कोतवाली थाने 15 से 20 दरोगा और सिपाही व महिला पुलिस कर्मियों के साथ डीएम कंपाउंड आरोपी को लेकर पहुंचे। डीएम के बंगले से कोतवाली थाने की जीप और अन्य गाड़ियां धड़धड़ाते हुए भीतर तक पहुंची। डीएम के बंगले के भीतर से ही ऑफिसर्स क्लब को जाने वाले रास्ते से अंदर दाखिल हुए। इस दौरान सभी को अलर्ट कर दिया गया कि किसी को भी भीतर एंट्री नहीं दी जाएगी। डीएम आवास के मेन गेट पर मौजूद पुलिस फोर्स अलर्ट मोड़ पर आ गई। दरवाजा बंद कर लिया।
डीएम आवास के पास बाएं तरफ की एकता की लाश मिली।
पुलिस के साथ आरोपी विमल सोनी भी था, तो दूसरी तरफ एकता के पति राहुल गुप्ता, भाई हिमांशु गुप्ता और बहनोई शांतनु मिरा साथ में थे। विमल सोनी ऑफिसर्स क्लब के मेन गेट के पास बने गार्डन में आया। बताया कि डीएम बंगले की तरफ कोने में शव गाड़ दिया है।
इधर, परिवार के लोगों को पुलिस ने किसी से फोन पर बात करने से रोक दिया था। इस वजह से परिवार के लोग किसी का फोन तक रिसीव नहीं कर पा रहे थे। परिवार के लोगों ने ही पुलिस का गोपनीय ऑपरेशन और पूरे मामले को दबाता हुआ देखकर मीडिया को अपनी लोकेशन साझा करते हुए बताया कि एकता का शव बरामद करने के लिए गुपचुप तरीके से खुदाई चल रही है।
एम कैंपस में खुदाई के बाद रात करीब 1 बजे महिला का कंकाल बरामद हुआ। पुलिस गठरी में शव को भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए ले गई।
रात-11 बजे 1:30 बजे तक का हाल इसके बाद पुलिस के साथ आए पोस्टमॉर्टम हाउस के कर्मचारियों ने खुदाई शुरू कर दी। जानकारी मिलते ही मीडिया कर्मी भी कुछ ही देर में वहां पहुंचे। इस पर चारों तरफ से नाकेबंदी कर दी गई। किसी को भी भीतर एंट्री पर रोक लगा दी गई। कोतवाली थाना प्रभारी से लेकर एसपी आशुतोष कुमार, डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह और एडिशनल सीपी हरीश चंदर ने सभी मीडिया कर्मियों का फोन उठाना बंद कर दिया था।
क्योंकि, इधर पुलिस को गोपनीय ऑपरेशन एकता की शव बरामदगी का चल रहा था। मीडिया कर्मी जानकारी मिलने पर डीएम कंपाउंड पहुंचे, तो उनको फोटो, वीडियो बनाने से सिपाहियों ने मना किया। कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस के अलावा कोई भी डीएम के बंगले में दाखिल नहीं हो पा रहा था। इसके बाद भी दैनिक भास्कर की टीम दीवार पर चढ़ गई। पुलिस कर्मियों ने जहां पर खुदाई चल रही थी घेरा बना लिया। ताकी खुदाई कहां पर चल रही है यह दिखाई न पड़े।
एकता के परिजन पोस्टमॉर्टम हाउस में मौजूद थे, उन्हें अभी तक इस बात का यकीन नहीं हो रहा है।
उधर, एकता का पति राहुल और उसके भाई हिमांशु के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। राहुल, हिमांशु और शांतनु की आंखें। जैसे-जैसे खुदाई बढ़ती जा रही थी, वैसे-वैसे भावुक होते जा रहे थे। 4 फीट तक खुदाई होने पर भी कुछ नहीं मिला, तो पुलिस को एक बार लगा कि आरोपी विमन सोनी फिर से झूठ बोलकर उन्हें लाया है।
लेकिन, 4 फीट के बाद जैसे ही फावड़ा चला मिट्ठी अपने आप बैठने लगी। तेज दुर्गंध आई, तो सभी पुलिस कर्मियों ने मास्ट व रुमाल मुंह में बांध लिया। उधर, सामने मौजूद राहुल अपने आपको रोक नहीं पाया।
बिलख कर रोने लगा। बोला-एकता को तो मैं हर कीमत पर अपनाने को तैयार था। उसकी लाख गलतियों को माफ कर देता। उसकी जैसी अच्छी और पूरे घर को मैनेज करने वाली लड़की नहीं मिल सकती है।
डीएम आवास के पास के एरिया को सील कर दिया गया है।
राहुल अपने साले हिमांशु गुप्ता से लिपटकर फफक कर रोने लगे। इसके बाद पुलिस ने खुदाई धीमी कर दी। अगले ही फावड़े पर एकता का कंकाल धीरे-धीरे दिखने लगा। उसके बाल कपड़ों से लिपटा कंकाल सामने आ गया।
उधर, एकता का शव बरामदगी की जानकारी पर मीडिया कर्मियों की चहलकदमी बढ़ी, तो डीएम आवास के सामने बने जज कंपाउंड जहां पर 24 घंटे सन्नाटा रहता है। इतनी पुलिस और मीडिया कर्मियों की चहल कदमी देखकर एक बाद एक जजों ने भी किसी ने खुद बंगले से बाहर निकलकर पूछा कि यहां इतनी भीड़ क्यों है तो उन्हें जानकारी दी गई तो किसी जज ने नौकर को भेजकर पूरे मामले की जानकारी ली।
रात 1:30 से 3 बजे तक का हाल इसके बाद वहां मौजूद दरोगा ने फोन पर पुलिस अफसरों को जानकारी दी कि एकता का शव बरामद हो गया है। इसके बाद फावड़ा चलते ही एकता के कंकाल से सिर अलग हो गया। कंकाल अलग-अलग हिस्सों में बंट गया।
एकता की लाश लेकर पुलिस टीम पोस्टमॉर्टम हाउस के लिए रवाना हो गई।
इसके बाद खुदाई कर रहे युवक ने खींचकर कपड़े बाहर निकाले, तो राहुल गुप्ता चीख उठे, सर यही मेरी पत्नी है। मेरी पत्नी को मार डाला, उसकी क्या गलती थी। मेरी पत्नी के साथ बहुत गलत हुआ है। ये जो ट्रैकसूट में जिस कंपनी का लोगा है, मेरी पत्नी का ही है।
मैं इसे पहचान रहा हूं। इसके बाद गले हुए हालत में कंकाल के अलग-अलग हिस्से, सिर, हाथ, पैर व कपड़ों को बाहर निकालकर पॉलीथिन के ऊपर रख दिया गया। इसके बाद फोरेंसिक टीम ने भी शव के कंगाल का मुआयना किया।
एकता गुप्ता की परिवार के साथ की फोटो।
इसके बाद पॉलिथीन की गठरी बनाकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए पैक कर दिया। इसके बाद उसे एक एम्बुलेंस में रखकर कड़ी सुरक्षा के बीच पोस्टमॉर्टम हाउस के लिए भेज दिया गया। इस दौरान किसी भी पुलिस कर्मी ने मीडिया से बात नहीं की। इसके साथ ही आरोपी को भी कड़ी सुरक्षा में कोतवाली थाने वापस भेज दिया गया। पुलिस की गाड़ियां और एम्बुलेंस बगैर रुके धड़धड़ाते हुए वीआईपी रोड से निकल गई।
रात 3 बजे के बाद पहुंचे ACP-DCP शव बरामद होने के बाद ACP कोतवाली आशुतोष यादव और DCP ईस्ट श्रवण कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। इसके बाद रात 3 बजे पूरे मामले में पहला बयान जारी करके बताया कि महिला की जिम ट्रेनर विमल सोनी ने हत्या कर दी है। पुलिस ने उसे अरेस्ट किया तो उसने हत्याकांड की बात कबूल की है। इसके बाद करीब 3:30 बजे तक अफसर वहां मौजूद मीडिया कर्मियों को बाइट देकर पूरे मामले की जानकारी दी।
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मैं कानपुर में अधिकारियों को जिम में ट्रेनिंग देता था, अकसर मेरा उनके यहां भी आना-जाना था। जब मैं अफसरों और उनकी पत्नियों को ट्रेनिंग देता तो एकता मुझे एकटक देखती रहती थी। वह मुझसे इंप्रेस थी।
जिम में और भी ट्रेनर थे, लेकिन एकता ने मुझसे ही ट्रेनिंग लेनी चाही। धीरे-धीरे हम करीब आ गए। इसी बीच मेरी शादी तय हो गई। इस बात से वह काफी नाराज थी, मैंने उसे बहुत समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। उस दिन गुस्से में मैने एकता को एक घूंसा मार दिया, जिससे वह मर गई।’पढ़ें पूरी खबर