थराद विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व विधायक हैं गुलाब सिंह राजपूत।
गुजरात में बनासकांठा जिले की वाव विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी ने नामांकन के आखिरी दिन अपने-अपने कैंडिडेट के नामों का ऐलान कर दिया। कांग्रेस ने अपने पूर्व विधायक गुलाब सिंह राजपूत तो बीजेपी ने इसी सीट से चुनाव हारने वाले स्वरूपजी
.
वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) ने गुजरात में गठबंधन के तहत कांग्रेस कैंडिडेट को सपोर्ट करते हुए अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है। इस बारे में गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि दोनों दल गठबंधन का हिस्सा हैं, इसलिए हमारे बीच यह सहमति बनी है कि कांग्रेस उम्मीदवार वाव सीट पर उपचुनाव लड़ेगा और आप कोई प्रत्याशी नहीं उतारेगी।
गेनीबेन ठाकोर के सांसद बनने से हुई थी यह सीट खाली
पूर्व विधायक गुलाबसिंह राजपूत सांसद गेनीबेन के करीबी हैं।
बनासकांठा से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद जून में कांग्रेस की गेनीबेन ठाकोर के विधायकी से इस्तीफे के बाद यह सीट खाली हो गई थी। निर्वाचन आयोग ने वाव विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को उपचुनाव की तारीख का ऐलान किया। मतों की गिनती 23 नवंबर को झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों की काउंटिंग के दिन ही होगी।
गेनीबेन से हार गए स्वरूपजी ठाकोर
स्वरूपजी ठाकोर, ठाकोर सेना के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
स्वरूपजी ठाकोर ने 2022 में वाव सीट से गनीबेन ठाकोर के खिलाफ चुनाव लड़ा और 15,601 वोटों से हार गए थे। ठाकोर सेना के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रह चुके स्वरूपजी ठाकोर वाव तालुक के बीओक गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने 2019 में बनासकांठा सीट से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा था। उस दौरान उन्हें थर्ड कैंडिडेट के रूप में 48,634 वोट भी मिले थे।
कांग्रेस का गढ़ है वाव सीट वाव विधानसभा क्षेत्र को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। गेनीबेन ठाकोर ने 2017 और 2022 में इस विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी। गेनीबेन ने बनासकांठा लोकसभा सीट से अपना पहला चुनाव लड़ रही भाजपा उम्मीदवार रेखाबेन चौधरी को 30 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से हराया था।
गेनीबेन गुजरात से एकमात्र महिला कांग्रेस विधायक थीं और अब सांसद हैं।
पिछली बार घटा था मार्जिन साल 2017 में उन्होंने बड़ उलटफेर करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता और मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी 6600 से अधिक वोटों से हराया था। लेकिन 2022 में उनकी जीत का मार्जिन 3,397 वोट का रह गया था, हालांकि वह सीट बचाने में सफल रही थी। वह कांग्रेस के जीते 17 विधायकों में अकेली महिला थीं। 2022 विधानसभा चुनावों से लेकर अभी तक कांग्रेस के चार विधायक साथ छोड़ चुके हैं। इनमें अर्जुन मोढ़वाडिया, चिराग पटेल, सीजे चावड़ा, अरविंद लाखाणी का नाम शामिल है। ऐसे में कांग्रेस के कुल विधायकों की संख्या 17 से घटकर सिर्फ 13 रह गई थी।
एक और सीट खाली, लेकिन मामला हाईकोर्ट में गुजरात के जूनागढ़ जिले की विसावदर विधानसभा सीट भी खाली है क्योंकि AAP के टिकट पर जीत दर्ज करने वाले विधायक भूपेंद्र उर्फ भूपत भयानी ने इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम चुके हैं। चूंकि पेंद्र उर्फ भूपत भयानी के चुनाव को चुनौती देने वाली याचिकाएं अभी भी गुजरात हाईकोर्ट में लंबित हैं, इसलिए इस सीट पर उपचुनाव की घोषणा नहीं की गई है। 182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 12 है। सत्तारूढ़ भाजपा के पास 161 विधायक हैं। AAP के चार, सपा का एक और दो निर्दलीय विधायक हैं।