अधिकारियों के नहीं आने से कुर्सियां खाली रहीं।
लखनऊ के बीकेटी तहसील में समाधान दिवस का आयोजन किया गया। लेकिन कई विभागों के अधिकारी नदारद रहे जिनपर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं। वहीं कई कुर्सियां भी खाली पड़ी रहीं। जनता की फरियाद सुनने के लिए बीकेटी तहसील में जिलास्तरीय कोई भी अधिकारी मौजूद नह
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उपजिलाधिकारी बीकेटी और तहसीलदार बीकेटी ने जनता की शिकायतों पर सुनवाई की। 112 शिकायती पत्र प्राप्त हुए जिसमें 34 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। राज्स्व विभाग की 51 शिकायत दर्ज कराई गई, जिसमें 22 शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया।
वहीं पुलिस विभाग की 30 शिकायतों में 4 निस्तारित हुईं, विकास सम्बंधित 14 में 5 शिकायत निस्तारित हुईं, शेष 17 शिकायत अन्य विभागों की आई थीं जिसमें 3 शिकायत निस्तारित हुई। वहीं उपजिलाधिकारी बीकेटी सतीश चन्द्र त्रिपाठी ने शिकायतों को जल्द निस्तारण करने के लिए निर्देशित किया।
बीकेटी क्षेत्र के सोनवा निवासी रामपाल ने शिकायत दर्ज कराई है कि उन्होंने पैकरामऊ गांव में गाटा संख्या 33 सुरेश से खरीदी थी। जिसका निर्माण करवा रहे थे। उनको जानकारी मिली कि प्रतिवादी मोहित द्वारा मरे हुए लोगों के खिलाफ स्थगन आदेश जारी करवा लिया गया है और निर्माण बंद करवा दिया।
वहीं रफीक पुत्र मोहम्मद राशिद निवासी गांव मड़ियांव थाना जानकीपुरम ने शिकायत दर्ज कराई के जब वह दुबई में नौकरी करने के लिए गए थे, तभी तहसील प्रशासन में मिलीभगत कर फर्जी दस्तावेज बनवाकर कल्लू पुत्र अलीबख्श ने गाटा संख्या 441 अपने नाम दर्ज करवा लिया। पीड़ित अपने पिता का इकलौता बेटा है।