बरौनी रिफाइनरी के विकास से संबंधित मुद्दों और बरौनी रिफाइनरी के कर्मचारियों के विभिन्न मांगों के समर्थन में आज बरौनी तेलशोधक मजदूर यूनियन (BTMU) के बैनर तले बरौनी रिफाइनरी गेट नंबर-1 के गांधी प्रतिमा के सामने एकदिवसीय धरना का आयोजन किया गया।
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धरना की अध्यक्षता बीटीएमयू के कार्यकारी अध्यक्ष रजनीश रंजन, वरीय उपाध्यक्ष संजय प्रसाद सिंह एवं उपाध्यक्ष सहदेव साह ने संयुक्त रूप से किया। धरना को संबोधित करते हुए बरौनी तेलशोधक मजदूर यूनियन के अतिरिक्त महासचिव संजीव कुमार ने कहा कि वर्तमान बरौनी प्रबंधन के पास दूरदर्शी सोच का अभाव है।
प्रदर्शन करते बरौनी रिफाइनरी के कर्मचारी।
मैनपावर निर्धारण करने की मांग
बरौनी रिफाइनरी और टाउनशिप के विकास से संबंधित योजनाएं लंबित पड़ी है। लेकिन प्रबंधन कार्य की संपूर्णता के बदले कुंभकर्णी निंद्रा में सोई हुई है। उन्होंने आह्वान किया कि एकजुट रहें, आपसी एकता और संघर्ष से ही सफलता प्राप्त हासिल होती है। बीटीएमयू कर्मचारियों के हित के लिए निरंतर संघर्ष करती रहेगी। बीटीएमयू के कार्यकारी अध्यक्ष रजनीश रंजन ने कहा कि बरौनी रिफाइनरी विस्तार परियोजना का कार्य का समय और सुरक्षित समापन हो। बीहट से लेकर बीएमपी तक की सड़क जर्जर है, इसके पक्कीकरण के लिए प्रबंधन को कई बार अनुरोध किया गया, लेकिन प्रबंधन उदासीन रही है। बीआर-9 परियोजना के तहत मैनपावर निर्धारण करने की मांग की।
कई विभागों की नहीं हुई लंबे समय से बहाली
वरीय उपाध्यक्ष संजय प्रसाद सिंह ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि प्लांट और टाउनशिप के अंदर सिविल मेंटनेंस की स्थिति दयनीय है। वहीं, बीआर डीएवी स्कूल की शैक्षणिक गुणवत्ता सही नहीं है, इसे सही करने के लिए प्रबंधन को पहल करनी चाहिए। लेकिन रिफाइनरी प्रबंधन मूकदर्शक बनी हुई है। उपमहासचिव साइमन मूर्म ने कहा कि मीनिस्टीरियल और अस्पताल समेत कई विभागों में लंबे समय से बहाली नहीं की गई है। वहीं, कर्मचारियों के लिए टीपीएम कीट, सुरक्षा उपहार, नियमित जूता और पोशाक का वितरण लंबे अर्से से नहीं हुआ है। प्रबंधन को इन सभी मुद्दों पर ध्यान देकर उसका समाधान करना चाहिए।
धरना को एटक के राज्य उपाध्यक्ष ललन कुमार, बीटीएमयू के उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, एटक नेता प्रह्लाद सिंह, ललन कुमार, राजनीति सिंह और अन्य ने संबोधित किया। वहीं, इस अवसर पर बीटीएमयू के सचिव संजीत कुमार, संजय यादव, नरेश कुमार, अनुज कुमार, देवदत्त प्रजापति,सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।