स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने शीट को आग में पिघलाया तो निकले सोने के टुकड़े।
सूरत के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने जहांगीरपुरा से पकड़े गए 65 लाख रुपए के सोने के मामले में मुख्य आरोपी फैजल अब्दुल सत्तार मेमन को गिरफ्तार कर लिया है। सोना तस्करी के मुख्य सरगना ने कबूल किया कि अब तक 15 बार इस तरह से सोने की स्मगलिंग करवा चुका है।
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तीन महीने पहले पकड़ाए थे दंपती
ट्रॉली बैग में रेग्जिन रबर की शीट के बीच रखकर लाया जाता था सोने का पाउडर।
करीब तीन महीने पहले एक दंपती को दुबई से सोना लाते सूरत एयरपोर्ट पर पकड़ा गया था। उन्होंने अपने ट्रॉली बैग में रेजिन और रबर की शीट के बीच सोने का पाउडर छिपाकर रखा था। दोनों के पास से 64.89 लाख रुपए का सोना बरामद किया गया था। पूछताछ में दंपती ने बताया था कि उन्हें सोना तस्करी के बदले प्रति यात्रा के 10 हजार रुपए मिलते थे। तस्करी का पूरा प्लान फैयाज अब्दुल सत्तार मेमन ही बनाता था।
मेटल डिटेक्टर में डिक्टेट ही नहीं हो पाता था सोना
रबर की शीट के चलते मेटल डिटेक्टर में डिक्टेट ही नहीं हो पाता था सोना।
927 ग्राम सोना दंपती दुबई से जिस तरह लेकर आए थे। उनकी अनोखी तकनीक से सभी लोग हैरान है। जानकारी के मुताबिक एक्वा रेजिया नाम के केमिकल के साथ पेस्ट बनाने के बाद उसे स्प्रे के जरिए बैग के पिछले हिस्से में रैक्जिन और रबड़ की शीट के बीच में एक नई लेयर बनाकर लाया गया था।
अब तक 15 बार इसी तरह से सोना लाया पकड़े गए मुख्य आरोपी अब्दुल ने पुलिस को बताया कि उसने अब तक 15 बार इस तरह से ट्रिप लगवाई है। पुलिस की माने तो 15 बहुत ही काम आंकड़ा बताया गया है। इससे ज्यादा बार आरोपी सोना दुबई से भारत लाया है। आकलन किया जाए तो करीब करीब 10 किलो सोना इस तरह से अब्दुल दुबई से मंगवा चुका है।
अनोखी तकनीक से 15 से ज्यादा बार दुबई से गोल्ड लाया गया।
पुलिस ने बताया कि इस अनोखी तकनीक के चलते मेटल डिटेक्टर में गोल्ड डिटेक्ट नहीं कर पाया। ऐसे में ये आरोपी एयरपोर्ट से बचकर निकलने में कामयाब हो गए। अब्दुल ने सोना बड़ौदा के सोनारों को बेचा है। उसे प्रति किलो 10 लाख रुपए का मुनाफा मिला था। पुलिस इस मामले में दुबई के इस पूरे रैकेट का ऑपरेट करने वाले तथा सोने की डिलीवरी लेने वालों को ढूंढ रही है।
सूरत एयरपोर्ट पर अब तक 35 करोड़ के करीब सोने के स्मगलिंग के मामले सामने आए हैं। इससे पहले भी कस्टम का एक अधिकारी प्रीति आर्य को भी स्मगलिंग के रैकेट में ही लापरवाही दिखाने के मामले में सस्पेंड किया गया था।