story of an Uncontrollable elephant at the Mahabiri Akhara Mela in Ekama, Chhapra | महावत बोला-पिन चुभने के बाद हाथी हुआ बेकाबू: पीठ पर 6 घंटे बैठे रहे 2 बच्चे, वो तोड़फोड़ करता रहा, एक को पटककर मार दिया – Siwan News

छपरा के एकमा महावीरी अखाड़े के मेले में शनिवार को बेकाबू हुए हाथी को 7 महावतों ने मिलकर काबू किया। इस दौरान हाथी ने एक युवक की पटककर जान भी ले ली। 24 घंटे तक 8 गांवों के लोग इस हाथी की वजह से दहशत में रहे।

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भास्कर की टीम सीवान के अमलोरी गांव पहुंची और हाथी के मालिक से बातकर उसके बारे में सारी जानकारी जुटाई। हमने महावत और वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट से भी बात की। हाथी के मालिक प्रवीण सिंह के अनुसार, घटना के बाद महावत से उनकी बात हुई थी। महावत ने बताया कि ‘मेले में हाथी को पीछे से किसी ने पिन चुभाई थी। इसके बाद ही हाथी भड़क गया।’

प्रवीण सिंह ने बताया कि ‘पिछले 15 साल से यह हाथी उनके पास है। कभी भी उसने ऐसी हरकत नहीं की थी। उन्हें यह हाथी उनके किसी दोस्त से मिला है।’

इधर, वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट का कहना है कि ‘हाथी मीटिंग (प्रजनन काल) के अवधी में है। इसको लेकर शोर-शराबा, गाड़ी और भीड़ देखकर स्ट्रेस में हो गया और बेकाबू होकर तोड़फोड़ करने लगा।’ पढ़िए रिपोर्ट…

6 घंटे तक 2 बच्चे हाथी के ऊपर बैठे रहे और वो सड़कों पर तोड़फोड़ करता रहा।

6 घंटे तक 2 बच्चे हाथी के ऊपर बैठे रहे और वो सड़कों पर तोड़फोड़ करता रहा।

हाथी सीवान के अमलोरी से छपरा लाया गया था। वो अमलोरी निवासी प्रवीण सिंह के पास 15 सालों से है। हालांकि हाथी उन्होंने महावत को दे रखा है। हाथी को महावत मेले में ले जा रहा है, यह जानकारी मालिक को नहीं दी थी। वही उसकी देखरेख करता है। प्रवीण सिंह हाथी को खिलाने-पिलाने के लिए हर महीने महावत को 12 हजार रुपए देते हैं।

एकमा के ग्रामीणों ने बताया कि ‘एकमा का महावीरी अखाड़ा बहुत ही प्रसिद्ध है। यहां कई गांव के लोग जुलूस लेकर पहुंचते हैं। जुलूस को भव्य बनाने के लिए पारंपरिक हथियार के साथ हाथी, घोड़ा और ऊंट को भी इसमें शामिल किया जाता है।’

लोगों ने हाथी को खदेड़ा तो वो दूसरी तरफ भागने लगा।

लोगों ने हाथी को खदेड़ा तो वो दूसरी तरफ भागने लगा।

ज्यादा पैसों के चक्कर में हाथी की बुकिंग

ग्रमीणों ने बताया कि ’11 हजार रुपए में पड़ोसी जिले सीवान के अमलोरी से इस हाथी की बुकिंग की गई थी। हाथी मालिक द्वारा महावत को मासिक मेहनताना दिया जाता है। उसके बाद जुलूस, शादी-विवाह समेत अन्य जगह से मिलने वाले रुपए महावत की अतिरिक्त आय होती है। इस वजह से मालिक के बिना जानकारी के महावत हाथी की बुकिंग कर लेता है।’

हाथी के मालिक प्रवीण सिंह का सीवान स्थित घर।

हाथी के मालिक प्रवीण सिंह का सीवान स्थित घर।

हाथी से मिलने पटना से सीवान आते हैं

हाथी के मालिक प्रवीण सिंह परिवार समेत पटना में रहते हैं और कॉन्ट्रेक्टर हैं। उन्होंने बताया कि ‘हाथी की उम्र 30 साल है। 15 साल की उम्र में हाथी उन्हें किसी दोस्त ने गिफ्ट में दिया था। हाथी का उन्होंने कोई नाम तो नहीं रखा है पर उससे एक अलग सा लगाव है। उससे मिलने के लिए अक्सर वो सीवान आते हैं। घर पर किसी पूजा के अवसर पर भी पूरे परिवार के साथ यहां पहुंचते हैं।’

पूरे परिवार को अच्छे से पहचानता है हाथी

प्रवीण सिंह ने बताया कि ‘हाथी मेरे परिवार समेत महावत बाबू हुसैन को अच्छे से पहचानता है। उसने कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। गांव के लोग तो उसे अक्सर फल खिलाते हैं। उन्होंने बताया कि धान को भीगा कर धान के पराली के साथ उसे खाने के लिए दिया जाता है। साथ में पेड़ की टहनी, बरगद और पीपल की टहनी, पत्ता और गन्ना खिलाया जाता है।’

उन्होंने बताया कि हाथी को अक्सर महावत ही रखता है। खाना खिलाने से लेकर उसकी देखभाल करने तक सब कुछ महावत ही करता है। अधिकतर समय हाथी महावत के साथ बाहर ही रहता है।

बाबू हुसैन से पहले उसके पिता इस हाथी की देखभाल करते थे।- महावत के साथ हाथी (फाइल)

बाबू हुसैन से पहले उसके पिता इस हाथी की देखभाल करते थे।- महावत के साथ हाथी (फाइल)

मेले में जाने की जानकारी नहीं थी मालिक को

प्रवीण सिंह ने बताया कि ‘उन्हें किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं थी कि उनका हाथी मेला में जा रहा है। महावत को मेला आदि में हाथी को ले जाने से रोका जाता था। इसके बावजूद भी महावत कुछ रुपए कमाने की लालच में जुलूस, शादी-विवाह आदि में हाथी लेकर चला जाता है। फिलहाल हाथी पूरी तरह से कंट्रोल में है।’

हाथी के ऊपर मौजूद थे ये दोनों बच्चे। हाथी के भड़कने के बाद दोनों काफी डरे सहमे थे।

हाथी के ऊपर मौजूद थे ये दोनों बच्चे। हाथी के भड़कने के बाद दोनों काफी डरे सहमे थे।

6 घंटे तक हाथी पर फंसे रहे दो बच्चे और एक युवक

एकमा के महाबीरी अखाड़ा मेला के दौरान शनिवार को भड़के हाथी पर महावत के साथ दो बच्चे भी सवार थे। हाथी के ऊपर तीनों लोग 6 घंटे तक फंसे रहे। मेला के दौरान भुइली गांव निवासी मनोज गोस्वामी ने अपने दोनों बच्चों को हाथी पर बैठाया था। इसके एक घंटे बाद हाथी भड़क गया और उत्पात मचाने लगा। लगभग एक घंटे तक हाथी की वजह से मार्केट में अफरातफरी का माहौल रहा।

हाथी को कंट्रोल किए जाने तक दोनों बच्चे हाथी पर ही बैठे रहे। स्थानीय लोग और परिजन हाथी के साथ बच्चों के लिए पीछे पीछे घूम रहे थे। हरदे चंवर में जब हाथी को शांत कराया जा सका तो दोनों बच्चे को नीचे उतारा गया।

इस तरह से हाथी सड़क पर बेकाबू हो गया था।

इस तरह से हाथी सड़क पर बेकाबू हो गया था।

शोर-शराबा, गाड़ी और भीड़ देखकर स्ट्रेस में आया हाथी

इधर, वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट अभिषेक कुमार ने बताया कि ‘एकमा में हाथी के उत्पात का वीडियो देखने को मिला है। इससे यह जाहिर हो रहा है कि हाथी मीटिंग (प्रजनन काल) के अवधी में है। इसको लेकर शोर-शराबा, गाड़ी और भीड़ देखकर स्ट्रेस में हो गया और बेकाबू होकर तोड़फोड़ करने लगा।’

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छपरा के एकमा में शनिवार को विसर्जन के दौरान एक हाथी ने जमकर उत्पात मचाया। हाथी ने कई पोल तोड़ दिए। 2 कार, 3 बाइक को भी नुकसान पहुंचाया। एक युवक को पटक-पटककर मार डाला। इस दौरान हाथी की पीठ पर बैठे दो बच्चों समेत तीन की 6 घंटे तक सांस अटकी रही। फिलहाल, शनिवार देर रात भड़के हाथी पर किसी तरह काबू पा लिया गया है।जानकारी के अनुसार, शनिवार देर रात हरदे चंवर में स्थानीय ट्रेंड महावत ने हाथी को शांत कर दिया। हालांकि, इस दौरान 8 गांव के लोग डर में थे। हाथी को शांत करके परसा के पीलवान टोला में ले जाकर पेड़ से बांध दिया गया। इसके बाद देर रात तक 7 ट्रेंड महावत हाथी को शांत करने में जुटे रहे। सभी महावत ने धीरे-धीरे हाथी पर काबू पाया। पूरी खबर पढ़िए

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