सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के चिंतावागू नदी के किनारे पुलिस की संयुक्त पार्टी व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में न तो कोई जवान हताहत हुआ है और न ही किसी नक्सली के घायल होने की खबर है। मुठभेड़ के बाद पुलिस पार्टी ने इलाके की सर्चिंग
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वहीं जवानों ने नक्सलियों का कैंप ध्वस्त किया है। बताया जाता है कि बीते 23 सितंबर को भी जवानों की संयुक्त पार्टी चिंतावागू नदी के किनारे ही चिंतलनार थाना क्षेत्र में मुठभेड़ में दो नक्सलियों को ढेर कर दिया था। वहीं सर्चिंग कर नक्सलियों का कैंप ध्वस्त कर दिया था। जहां से बड़े पैमाने पर विस्फोटक बरामद किया था। 10 दिन के अंदर ही दोबारा चिंतावागू नदी को ही जवान टारगेट कर रहे हैं। चिंतागुफा थाना क्षेत्र के बोटेलंका, एरनपल्ली व आस-पास के इलाकों में गश्त-सर्चिंग के लिए 2 अक्टूबर को पुलिस की संयुक्त पार्टी निकली थी।
इसमें जिला बल, डीआरजी, बस्तर फाइटर्स, कोबरा 206, 208 व 203 बटालियन के जवान शामिल थे। उसनका सामना चिंतावागू नदी के किनारे नक्सलियों के कोर इलाके में पीएलजीए व किस्टारम एरिया कमेटी के नक्सलियों से हुआ। इस बीच दोनों के बीच रुक-रुककर फायरिंग होती रही। दोनों तरफ से किसी भी तरह की कोई कैजुअल्टी की खबर नहीं है।
दस दिन पहले भी चिंतावागू नदी के किनारे ही हुई थी मुठभेड़ दस दिन पहले ही जवानों की संयुक्त पार्टी ने चिंतावागू नदी के किनारे चिंतलनार थाना क्षेत्र के दायरे में ऑपरेशन चलाया था, जहां हुई मुठभेड़ में 2 नक्सलियों को ढेर करने का दावा पुलिस ने किया था। वहीं नक्सलियों ने इस मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए ग्रामीणों को गोली मारने का आरोप लगाया है। दरअसल सुकमा जिले में अभी चिंतावागू नदी पर जवानों का फोकस है। जहां वे किसी भी तरह से इस इलाके को नक्सलियों के वर्चस्व से मुक्त करवाने का प्रयास कर रहे हैं।