PM Modi US Visit Live Update; Quad Summit-Joe Biden | QUAD समिट में मोदी बोले-विश्व तनावों और संघर्षों से घिरा: ऐसे में क्वाड का साथ मिलकर चलना जरूरी, हम किसी के खिलाफ नहीं


59 मिनट पहले

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2 लाख लोगों की मौत और क्वाड का सफर…

QUAD 2007 में बना था, लेकिन इसके बनने की कहानी 2004 से शुरू होती है। 26 दिसंबर 2004 को आई सुनामी के चलते जापान, इंडोनेशिया और भारत समेत 14 देशों में 2 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई।

क्रिसमस की अगली सुबह मची इस तबाही में इंडो-पैसिफिक में 57 फीट ऊंची समुद्री लहरें उठीं। विदेश मामलों के एक्सपर्ट हर्ष वी पंत के मुताबिक सुनामी से प्रभावित देशों की मदद के लिए भारत, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान ने एक कोर ग्रुप बनाया।

इस ग्रुप ने 2005 तक साथ मिलकर काम किया। ये सहयोग कामयाब रहा।

सुनामी से सबसे ज्यादा असर इंडोनेशिया में हुआ था। यहां 1.5 लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे।

सुनामी से सबसे ज्यादा असर इंडोनेशिया में हुआ था। यहां 1.5 लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे।

फिर 15 दिसंबर 2006 को जापान के दौरे पर गए तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दोनों देशों के साझा बयान में कहा, “हम इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में समान विचारों वाले देशों के साथ काम करने की इच्छा रखते हैं।”

इस बयान के बाद QUAD के गठन की अटकलें शुरू हो गईं। अगस्त 2007 में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे भारत दौरे पर आए।

उन्होंने भारतीय संसद को संबोधित करते हुए ‘दो महासागरों के संगम ( हिंद महासागर और प्रशांत महासागर)’ की बात कही। इस भाषण ने QUAD की नींव को और पुख्ता कर दिया।

मई 2007 में फिलीपींस की राजधानी मनीला में आसियान देशों की एक समिट हो रही थी। इसमें कई दूसरे देशों के नेता और प्रतिनिधि भी शामिल होने पहुंचे थे।

इन नेताओं ने आसियान समिट में हिस्सा तो लिया, लेकिन इसके इतर इनमें से कुछ देशों ने एक अलग मीटिंग भी बुलाई। अलग मीटिंग करने वालों में भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के प्रतिनिधि थे।

2007 में हुई इस मीटिंग को QUAD देशों की प्राइमरी (पहली) बैठक के तौर पर जाना गया। इसी साल क्वाड बन तो गया पर इसके उद्देश्य तय हो पाते, इससे पहले ही अमेरिका ने चीन से दोस्ती बढ़ाने के लिए इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया।



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