कार्यक्रम में मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए।
महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के प्रबंधन संकाय के सिंडीकेट हाल में शनिवार को कार्यक्रम आयोजित किया गया। विशेष व्याख्यान के दौरान उत्तरांचल विश्वविद्यालय देहरादून के सहायक प्रोफेसर डॉ. नवनीत कुमार शुक्ला ने “क्रिएटिव थिंकिंग- द पावर ऑफ क्
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डॉ. शुक्ला ने अपने व्याख्यान में स्टार्टअप इंडिया और सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDGs) को लेकर क्रिटिकल थिंकिंग के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए वैश्विक स्तर पर क्रिटिकल थिंकिंग को अपनाना और उसका प्रभावी प्रयोग करना अनिवार्य है।
कार्यक्रम में मौजूद छात्र और प्रोफेसर।
स्टार्टअप संस्थापकों के लिए जरूरी
कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने यह भी बताया कि यह कौशल कानूनी सलाहकार, मानव संसाधन प्रबंधक, उद्यमियों और स्टार्टअप संस्थापकों के लिए अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि इसके माध्यम से सही निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। क्रिटिकल थिंकिंग के माध्यम से किसी भी समस्या का नैतिक, किफायती और प्रभावी समाधान प्राप्त किया जा सकता है।
डॉ. शुक्ला ने छात्रों को उपलब्ध संसाधनों के बेहतर उपयोग पर बल देते हुए कहा कि इस कौशल को अपनाकर हम सतत विकास लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सामान्य लोगों से अलग होने के लिए क्रिटिकल थिंकिंग आवश्यक गुण है, जो विद्यार्थियों को भविष्य के लिए तैयार करता है।
स्टार्टअप के बारे में जानकारी देते एक्सपर्ट।
यह रहे मौजूद
इस कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष प्रो. तूलिका सक्सेना ने कहा कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अपने विद्यार्थियों को सक्षम बनाने के लिए विश्वविद्यालय ने क्रिटिकल थिंकिंग को सिलेबस में शामिल किया है।संचालन वैशाली द्वारा किया गया। इस मौके पर डॉ. सुनील, प्रोफेसर संजय मिश्रा, डॉ. प्रियंका, डॉ. नंदिता, बाला प्रताप सिंह, तपन वर्मा, गौरव सिंह, होटल मैनेजमेंट विभाग से एचएम आज़ाद और अन्य छात्र मौजूद रहे।