बिजनौर के धामपुर शुगर मिल की डिस्टलरी डिवीजन में आज उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देश पर एक राज्य स्तरीय मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य भूकंप और अग्नि सुरक्षा से जुड़े खतरों से निपटने की तैयारी को परखना था। ए
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कैसे हुआ पूरा मॉक ड्रिल? डिस्टलरी के पीसो टैंक स्टोरेज एरिया में वेल्डिंग कार्य के दौरान भूकंप की वजह से लीकेज से आग लगने का सीन क्रिएट किया गया। इस घटना में छह मजदूरों के घायल होने का प्रदर्शन किया गया, जिसके बाद प्लांट की सेफ्टी टीम ने फायर हाइड्रेट और फोम मॉनिटर का उपयोग कर आग पर काबू पाया।
रेस्क्यू ऑपरेशन और राहत कार्य मौके पर मौजूद मुख्य अग्निशमन अधिकारी अजय शर्मा और यशवंत सिंह की अगुवाई में फायर ब्रिगेड की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आग को बुझाया। इसके बाद अभिजीत पाटिल के नेतृत्व में राष्ट्रीय आपदा टीम और एसडीआरएफ की टीम ने घायलों को रेस्क्यू कर मेडिकल कैंप पहुंचाया, जहां डॉक्टर सुशील कुमार की टीम ने प्राथमिक उपचार दिया।
छात्रों और अधिकारियों की भागीदारी इस मॉक ड्रिल में आरएसएम इंटर कॉलेज के एनसीसी के 31 छात्रों ने भी भाग लिया। सूबेदार धन बहादुर राय और विनोद नेगी के नेतृत्व में छात्रों ने इस मॉक ड्रिल से सुरक्षा के जरूरी ज्ञान को अर्जित किया।
अन्य डिस्टलरी और केमिकल यूनिटों की भागीदारी मॉक ड्रिल में बिजनौर जिले की प्रमुख डिस्टलरी और केमिकल यूनिटों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया, जिनमें मोहित पेट्रोकेमिकल्स, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, द्वारकेश शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड, और उत्तम शुगर मिल्स जैसे नाम शामिल हैं।
धामपुर शुगर मिल का योगदान और सुरक्षा का आश्वासन धामपुर शुगर मिल के उपाध्यक्ष निष्काम गुप्ता ने जिले की सभी यूनिट्स से आए प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन का स्वागत किया। उन्होंने कहा, आप सभी के सुझावों के आधार पर हम भविष्य में होने वाली किसी भी आपदा से जान-माल की हानि को रोकने के लिए बेहतर तैयार रहेंगे। इस अवसर पर नगर पालिका चेयरमैन रवि चौधरी, जिला कृषि अधिकारी जसवीर सिंह तेवतिया, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी मॉक ड्रिल में भाग लेकर इसे सफल बनाया।
मॉक ड्रिल की फोटो देखें…