Ukrainian President Zelensky meets US Defense Minister | अमेरिकी रक्षा मंत्री से मिले यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की: यूक्रेन को 250 मिलियन डॉलर की मदद देगा अमेरिका, 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए


5 घंटे पहले

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जेलेंस्की रूस के खिलाफ यूक्रेन की कार्रवाई को और तेज करना चाहते हैं। इसके लिए वे लगातार पश्चिमी देशों पर दबाव डाल रहे हैं। - Dainik Bhaskar

जेलेंस्की रूस के खिलाफ यूक्रेन की कार्रवाई को और तेज करना चाहते हैं। इसके लिए वे लगातार पश्चिमी देशों पर दबाव डाल रहे हैं।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शुक्रवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से मुलाकात की। ये मुलाकात जर्मनी में हुई जहां 50 से अधिक सहयोगी देशों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। जेलेंस्की मीटिंग में सहयोगी देशों से रूस के खिलाफ जंग में और अधिक हथियारों की मांग करने पहुंचे थे।

मीटिंग के दौरान अमेरिका ने यूक्रेन को रूस के खिलाफ जंग में 250 मिलियन डॉलर की मदद देने का ऐलान किया। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड आस्टिन ने कहा कि यह मीटिंग ऐसे खास समय में हो रही है जब यूक्रेन रूस के खिलाफ पहली बार आक्रामक रुख अपना रहा है, जबकि डोनबास इलाके में रूसी सेना के खतरे का सामना कर रहा है।

यूक्रेन डिफेंस कॉन्टैक्ट ग्रुप की यह मीटिंग जर्मनी के रामस्टीन एयर बेस पर हुई।

जेलेंस्की बोले- रूस में अंदर तक हमला करने की जरूरत यूक्रेनी राष्ट्रपति ने मीटिंग के दौरान एक बार फिर रूस के खिलाफ अंदर तक हमला करने की बात को दोहराया। जेलेंस्की ने कहा कि अब रूस के भीतर गहराई तक हमले करने की आवश्यकता है। जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से हथियारों के उपयोग से जुड़े प्रतिबंधों में ढील देने के लिए कहा। साथ ही रूस के हवाई ठिकानों और लॉन्च साइट्स को निशाना बनाने की परमिशन मांगी।

जेलेंस्की का यह बयान हाल ही में यूक्रेन पर हुए रूसी हवाई हमलों के बाद आया। इन हमलों के दौरान रूस ने यूक्रेन के एक सैन्य प्रशिक्षण केंद्र को भी निशाना बनाया था। इन हमलों में 50 से अधिक लोग मारे गए थे। दूसरी तरफ रूस ने आज फिर यूक्रेन के पावलोहराद शहर पर 5 बैलेस्टिक मिसाइलें दागीं। इसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए है।

जेलेंस्की ने कहा कि वह लंबी दूरी के हमले की क्षमता के लिए लगातार प्रयास करते रहेंगे।

जेलेंस्की ने कहा कि वह लंबी दूरी के हमले की क्षमता के लिए लगातार प्रयास करते रहेंगे।

हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें दे सकता है अमेरिका अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने कहा कि पश्चिमी देश यूक्रेन के S-300 सिस्टम के विकल्प की तलाश कर रहे हैं। यूक्रेन का ये डिफेंस सिस्टम सोवियत काल का है। इस दौरान रुस और यूक्रेन एक ही देश हुआ करते थे। अमेरिका यूक्रेन को हवा से जमीन पर मार करने वाली JASSM मिसाइल देने पर विचार कर रहा है। इन मिसाइलों को हाल ही में यूक्रेन के दिए गए F-16 लड़ाकू विमानों से इस्तेमाल किया जा सकता है। ये मिसाइलें यूक्रेन के लिए लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल के तौर पर काम कर सकती हैं।

पिछले दो सालों से यूक्रेन डिफेंस ग्रुप के सदस्य यूक्रेन को हथियार देने के लिए मीटिंग कर रहे हैं। इन मीटिंग में यूक्रेन को गोला-बारूद से लेकर एयर डिफेंस सिस्टम और लड़ाकू विमान देने तक पर फैसला लिया जाता है। शुक्रवार को हुई मीटिंग में भी एयर डिफेंस सिस्टम और आर्टिलरी की सप्लाई करने के साथ यूक्रेन की डिफेंस इंडस्ट्री को मजबूत करने पर चर्चा हुई।

AP के मुताबिक इसका मकसद यह कि जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का कार्यकाल समाप्त हो, तब तक यूक्रेन मजबूत स्थिति में आ जाए।

2022 से अब तक अमेरिका और सहयोगी देशों ने यूक्रेन को 106 बिलियन डॉलर की मदद दी है। इसमें से अकेले अमेरिका ने 56 बिलियन डॉलर से अधिक दिए हैं।

2022 से अब तक अमेरिका और सहयोगी देशों ने यूक्रेन को 106 बिलियन डॉलर की मदद दी है। इसमें से अकेले अमेरिका ने 56 बिलियन डॉलर से अधिक दिए हैं।

यूक्रेनी हमले का पुतिन पर खासा असर नहीं समाचार एजेंसी AP के मुताबिक रूस के कुर्स्क इलाके में यूक्रेन हमले का पुतिन पर खासा असर नहीं हुआ है। पुतिन ने अभी भी अपना ध्यान यूक्रेन के पोक्रोव्स्क शहर से नहीं हटाया है।

पोक्रोव्स्क शहर यूक्रेनी सेना को महत्वपूर्ण रेल और सप्लाई लिंक प्रदान करता है। अगर यूक्रेन इस शहर को खो देता है तो इससे दूसरे शहरों को खोने का खतरा भी बढ़ सकता है। साथ ही इससे उसके द्वारा रूस के खिलाफ शुरू किए गए आक्रामक हमलों पर भी असर पड़ेगा।

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यूक्रेन को उल्टा पड़ सकता है रूस पर हमला:2 हफ्ते में 1263 वर्ग किमी इलाके पर कब्जा, पुतिन घुसपैठ का फायदा उठाने की तैयारी में

यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क इलाके में घुसपैठ करके दुनिया को चौंका दिया। यूक्रेन ने दो सप्ताह में रूस के 1263 वर्ग किमी इलाके पर कब्जा कर लिया। इसी के साथ यूक्रेन ने दुनिया को बता दिया है कि रूस इस जंग में एकतरफा नहीं जीत सकता है।

हालांकि, एक और मोर्चे पर लड़ाई शुरू करने से यूक्रेन की सेना बंट गई है। इससे यूक्रेन की अपनी रक्षा करने की क्षमता पर असर पड़ेगा। जानकारों का कहना है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की की यह जीत कम समय के लिए है और हार में बदल सकती है। अभी यूक्रेन का फोकस कुर्स्क पर है, जिससे रूस को दोनेस्त्क के पोक्रोवस्क में आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

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