मरीज को गोद में उठाकर परिजन ले गए थे। मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है।
नालंदा के रहुई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक लापरवाही का मामला सामने आया था। मंगलवार को एक डायरिया से पीड़ित मरीज को इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर किया गया था। मरीज की हालत गंभीर होने के बावजूद, एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं हुई। इस कारण परिजन को मरीज
.
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर प्रसाद चौधरी ने इस मामले में 11 स्वास्थ्य कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। इनमें जीएनएम, एएनएम, एंबुलेंस चालक, ईएमटी, सुरक्षा गार्ड आदि शामिल हैं।
एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने के कारण परिजन हुए परेशान
दरअसल, रहुई के उतरनावां गांव निवासी काजल कुमारी डायरिया से पीड़ित थी। मरीज को इलाज के लिए सीएचसी रहुई लाया गया। डॉक्टरों ने मरीज की हालत को गंभीर देखते हुए उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन, अस्पताल में एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने के कारण परिजन उसे खुद ही ले जाने को मजबूर हो गए। लोगों की भीड़ के कारण स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बाद में मरीज को एंबुलेंस उपलब्ध कराई।
डायरिया की शिकायत पर मरीज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती हुई थी।
दोषी की खिलाफ कार्रवाई का भरोसा
घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने इस मामले में दोषी पाए जाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।