66.14% in Phase 1, 66.71% in Phase 2: Election Commission releases final voter turnout data | पहले फेज में 66.14% तो दूसरे चरण में 66.71% मतदान: चुनाव आयोग ने फाइनल वोटिंग डेटा जारी किया, विपक्ष का सवाल- इतनी देरी क्यों हुई?

  • Hindi News
  • National
  • 66.14% In Phase 1, 66.71% In Phase 2: Election Commission Releases Final Voter Turnout Data

नई दिल्ली13 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
कुल 7 फेज में 543 सीटों पर 1 जून को मतदान खत्म होगा। सभी सीटों के रिजल्ट 4 जून को आएंगे। (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar

कुल 7 फेज में 543 सीटों पर 1 जून को मतदान खत्म होगा। सभी सीटों के रिजल्ट 4 जून को आएंगे। (फाइल फोटो)

चुनाव आयोग ने मंगलवार को लोकसभा के पहले और दूसरे फेज की वोटिंग का फाइनल डेटा जारी किया। पहले चरण में 66.14 प्रतिशत और दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत मतदान हुआ।

चुनाव आयोग के पोल पैनल के मुताबिक, पहले चरण में, 66.22 प्रतिशत पुरुष और 66.07 महिला मतदाता मतदान करने आए। थर्ड जेंडर वोटर्स का मतदान प्रतिशत 31.32% रहा। दूसरे चरण में पुरुष मतदान 66.99%, जबकि महिला मतदान 66.42% रहा। थर्ड जेंडर की वोटिंग 23.86% रही।

विपक्षी दल कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और CPM ने देरी से फाइनल डेटा आने पर चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए। विपक्ष का कहना है कि आमतौर पर यह आंकड़ा मतदान के 24 घंटों के भीतर जारी कर दिया जाता है। लेकिन इस बार यह काफी देर से जारी हुआ है।

दरअसल, 18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए फर्स्ट फेज की वोटिंग 102 सीटों पर 19 अप्रैल को हुई थी। वहीं, 88 सीटों के लिए सेकंड फेज की वोटिंग 26 अप्रैल को हुई थी।

डेरेक ओ ब्रायन कहा- आंकड़े में लगभग 6 प्रतिशत का फर्क है
TMC नेता डेरेक ओ ब्रायन ने चुनाव आयोग के आंकड़ों पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि सेकेंड फेज के खत्म होने के चार दिन बाद फाइनल डेटा जारी किया। चुनाव आयोग द्वारा 4 दिन पहले जारी किए गए आंकड़े में 5.75% की बढ़ोतरी हुई है। क्या यह नॉर्मल है? या फिर कुछ मिस कर रहा हूं?

सीताराम येचुरी बोले- वोटरों की संख्या क्यों नहीं बताते?
CPI(M) नेता सीताराम येचुरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि ECI के पहले दो चरणों में मतदान का आंकड़ा शुरुआती आंकड़ों से काफी ज्यादा है। उन्होंने पूछा कि हर संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं की पूरी संख्या क्यों नहीं बताई जाती? जब तक यह आंकड़ा पता न चले, आंकड़ा बेकार है।

येचुरी ने कहा कि नतीजों में हेरफेर की आशंका बनी हुई है, क्योंकि गिनती के समय कुल मतदाता संख्या में बदलाव किया जा सकता है। 2014 तक प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या हमेशा ECI वेबसाइट पर उपलब्ध थी। आयोग को पारदर्शी होना चाहिए और इस डेटा को बाहर रखना चाहिए।

पारदर्शिता होना जरूरी है: जयराम रमेश
इस आंकड़े के आने से पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि ECI को चुनाव से जुड़े सभी आंकड़े पारदर्शी तरीके के साथ सार्वजनिक करना चाहिए।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स में लिखा कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि पहले चरण के मतदान के 11 दिन बाद और दूसरे चरण के चार दिन बाद भी चुनाव आयोग ने मतदान प्रतिशत का अंतिम डेटा जारी नहीं किया है। पहले चुनाव आयोग मतदान के तुरंत बाद या 24 घंटों के भीतर मतदान प्रतिशत का अंतिम डेटा जारी करता था। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर केवल अनुमानित रुझान आंकड़े ही उपलब्ध हैं। इस देरी का कारण क्या है?

सेकंड फेज: 13 राज्यों की 88 सीटों पर 66.12% वोटिंग हुई

26 अप्रैल को सेकेंड फेज में13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर वोटिंग हुई। त्रिपुरा में सबसे ज्यादा करीब 78.63% वोटिंग हुई। महाराष्ट्र, बिहार और उत्तर प्रदेश मे सबसे कम 54% के आसपास मतदान हुआ।

चुनाव आयोग के मुताबिक, दूसरे फेज में 1,202 कैंडिडेट्स मैदान में हैं। इनमें 1,098 पुरुष और 102 महिला उम्मीदवार थे। दो प्रत्याशी थर्ड जेंडर थे। इस फेज में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, 5 केंद्रीय मंत्री, 2 पूर्व CM और 3 फिल्मी सितारे मैदान में थे। इसके अलावा राहुल गांधी, शशि थरूर और हेमा मालिनी की सीट पर भी वोटिंग हुई। पूरी खबर पढ़ें …

फर्स्ट फेज: 21 राज्यों की 102 सीटों पर 63% वोटिंग हुई

19 अप्रैल को फर्स्ट फेज में 21 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोटिंग हुई। सीटों के हिसाब से यह सबसे बड़ा फेज है। शाम छह बजे तक 63 फीसदी वोटिंग हुई। सबसे ज्यादा 80 प्रतिशत वोट त्रिपुरा में डाले गए, जबकि बिहार में सबसे कम 48 प्रतिशत वोटिंग हुई।
फर्स्ट फेज में 1,625 कैंडिडेट्स चुनाव लड़े। इनमें 1,491 पुरुष, 134 महिला कैंडिडेट हैं। 8 केंद्रीय मंत्री, एक पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल भी इस बार चुनाव मैदान में थे। पूरी खबर पढ़ें …

ये खबर भी पढ़ें …

भास्कर एक्सप्लेनर- कम वोटिंग से किसे नुकसान: 2019 के मुकाबले 90% सीटों पर मतदान घटा; गर्मी, शादियां या कोई छिपी वजह

2024 के लोकसभा चुनाव ने एक-तिहाई रास्ता तय कर लिया है। कुल 543 सीटों में से 190 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है। 19 अप्रैल को पहले चरण में 102 सीटों पर वोटिंग हुई। इनमें औसत मतदान 65.5% रहा, जो 2019 में इन्हीं सीटों के औसत वोटर टर्नआउट से 4.4% कम है। वहीं, 26 अप्रैल को दूसरे चरण में 88 सीटों पर 61% वोटिंग हुई, जो 2019 के मुकाबले 7% कम है। दोनों चरण में इस बार मतदान घटने का ट्रेंड साफ तौर पर दिख रहा है।​​​​​​​ पूरी खबर पढ़ें …

लोकसभा चुनाव 2024 की ताजा खबरें, रैली, बयान, मुद्दे, इंटरव्यू और डीटेल एनालिसिस के लिए दैनिक भास्कर ऐप डाउनलोड करें। 543 सीटों की डीटेल, प्रत्याशी, वोटिंग और ताजा जानकारी एक क्लिक पर।

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *