64 roads of the previous master plan were not built because the land was encroached upon | पिछले मास्टर प्लान की 64 सड़कें बनीं ही नहीं क्योंकि जमीनों पर बेजा कब्जा हो गया – Raipur News


राजधानी में जहां छोटे मकान और बंगले थे अब वहां तेजी से बड़ी-बड़ी इमारतें खड़ी हो रही हैं। शहर का दायरा भी लगातार बढ़ रहा है। पिछले 10 वर्षों में शहर की चारों दिशाओं में 400 से अधिक नई कॉलोनियां बस गईं। सबसे ज्यादा कचना, सड्डू और पुरानी धमतरी रोड पर न

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दूसरी ओर परिवहन विभाग के मुताबिक राजधानी में पिछले 10 साल में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ी है। वर्तमान में दो पहिया व चार पहिया वाहनों की संख्या 16 लाख है। इससे शहर में आए दिन ट्रैफिक जाम की समस्या बन रही है। रायपुर की आबादी आने वाले 10 साल में 5 लाख बढ़ने का अनुमान है। यानी आबादी 25 से बढ़कर 30 लाख के करीब पहुंच जाएगी। बादी बढ़ने के इसी अनुमान के आधार पर मास्टर प्लान 2031 में रायपुर का दायरा 822 हेक्टेयर बढ़ाया गया है ताकि आउटर में कालोनियां बस सकें। एक ओर शहर बसाने की सहूलियत तो दी जा रही है, लेकिन सड़कों की संख्या उस अनुपात नहीं बढ़ाई जा रहीं हैं।

ऐसा है नया मास्टर प्लान

रायपुर में 50 साल में केवल 4 मास्टर प्लान बने हैं। पहला मास्टर प्लान 1971 में 30 वार्ड के लिए तो दूसरा प्लान 2003 में 55 वार्ड और तीसरा प्लान 2011 में 55 वार्ड के लिए बना। 2023 में चौथा प्लान 70 वार्ड के लिए है। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ने शहर के यातायात को सुगम बनाने के लिए 2031 तक के लिए 147 नई सड़कों की सिफारिश की है।

अफसर बोले- कब्जे पुराने हैं

अफसर तर्क दे रहे हैं कि जहां-जहां सड़कें बनाई जानी थीं वहां की जमीनों के बड़े हिस्से पर लोगों ने बेजा कब्जा कर लिया है। कई कब्जे 30-30 साल पुराने हैं। इस वजह से तोड़ना संभव नहीं है। कुछ कब्जों का नियमितीकरण भी करवा लिया गया है। ऐेसे में कब्जे वैध हो गए है। अब सैकड़ों घरों को तोड़ना और यहां के लोगों को विस्थापित करना आसान नहीं है।

कचना: इस इलाके में 200 से ज्यादा नई कॉलोनी बसीं

10 सालों में सिर्फ ये 6 सड़कें बनीं

टाटीबंध से धनेली रिंग रोड नंबर-4

धनेली से रिंग रोड नंबर-3

एक्सप्रेस-वे { केनाल लिंक रोड

पुरानी और नई धमतरी को जोड़ने वाली

वीआईपी रोड और कोटा से गुढ़ियारी तक नई रोड

सड्ढू : 10 साल में सवा सौ से ज्यादा कॉलोनी बनी लेकिन रोड एक भी नहीं

अवैध निर्माण ने इन प्रमुख नई सड़कों का निर्माण रोका

अमलीडीह से वीआईपी रोड को एक्सप्रेस-वे से जोड़ने वाली 30 मी. चौड़ी रोड।

पुराना धमतरी रोड से नई धमतरी रोड को जोड़ने के लिए 30 मीटर चौड़ी सड़क।

भाटागांव, मठपुरैना और बोरिया खुर्द से देवपुरी तक 45 मीटर चौड़ी रोड।

ट्रांसपोर्ट नगर से रावाभांठा तक 30 मीटर चौड़ी सड़क।

डूमर तालाब से रिंग रोड तक 30 मीटर चौड़ी रोड।

तेलीबांधा छोटी रेलवे क्रॉसिंग से नहर नाली मार्ग से वाल्टेयर लाइन तक नई रोड।

शहर का सैटेलाइट इमेज। इसमें नजर आ रही ग्रीन लाइन मुख्य सड़कें हैं। इन्हें 1970 से पहले बनाया गया था। इसी इलाके में 50 सड़कें बननी थीं। एक भी नहीं बनीं।

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