पूर्णिया के अमौर में कटाव का कहर जारी है। बाढ़ और कटाव के खतरे के बीच अमौर के महेश बथाना गांव से डराने वाली तस्वीरें सामने आईं हैं। कनकई नदी के किनारे बसा एक घर कटाव के कहर के बीच पानी में विलीन होता दिखाई दे रहा है। लोग पक्के मकान खाली कर सुरक्षित स
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अमौर के 60 से अधिक घरों पर कटाव का खतरा मंडरा रहा है।
अपने हाथों से आशियाना उजाड़ने को मजबूर हैं लोग
कनकई नदी के घटते जलस्तर के कारण नदी के किनारे बसे खाड़ी महीन गांव पंचायत के मीर टोला, महेश बथना गांव में कटाव ने विकराल रूप ले लिया है। कटाव के कहर के कारण तेजी से मिट्टी का कटाव हो रहा है। 15 से अधिक घरों पर कटाव का खतरा मंडरा रहा है। लोगों का कहना है कि ये घर किसी भी वक्त पानी में विलीन हो सकते हैं। वहीं कटाव के कहर के कारण लोग अपना आशियाना अपने हाथों से उजाड़ने को मजबूर हैं। कटाव के डर से घर खाली कर जरूरी सामान लूटे ऊंचे स्थानों या फिर रिश्तेदारों के घर शिफ्ट हो रहे हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति ज्ञानडोभ पंचायत के सीमलबाड़ी गांव में है, जहां आठ से दस घर में कटाव का खतरा मंडरा रहा है।
इधर परमान नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। इससे परमान नदी से लगे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बढ़ते जलस्तर के कारण आंशिक बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। बढ़ते जलस्तर से परेशान लोग ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनके पास इसके सिवाए कोई दूसरा रास्ता नहीं। परमान नदी से लगे झौआरी पंचायत के गेरिया गांव में दस परिवार, बरबट्ट पंचायत के बनगामा गांव में 30 से अधिक घर और एक स्कूल किसी भी वक्त कटाव की जद में आ सकता है। डराने वाली ऐसी ही तस्वीर बंगरा महदीपुर पंचायत के रमनी गांव से सामने आई है। परमान नदी के किनारे बसे दस घरों पर कटाव का खतरा मंडरा रहा है। कटाव के कहर को लेकर मोइन आलम और रोजित जैसे पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि समय रहते इन कटाव निरोधी कार्य नहीं हुआ तो किसी समय ये घर नदी में विलीन हो सकते हैं।
महानंदा नदी में भी कटाव।
अधिकारियों से गुहार
कनकई नदी की तरह ही महानंदा नदी में कटाव के कहर से लोग डरे सहमे हैं। नदी के किनारे बसे हफानियां पंचायत के मलहना गांव में बसे करीब 30 घर और डमराह गांव में बसे 10 घरों पर कटाव का खतरा मंडरा रहा है। महानंदा और कनकई नदी से हो रहे कटाव से सहमे लोगों ने बाढ़ नियंत्रण के अधिकारियों से कटाव निरोधक कार्य करवाने की मांग की है।