कार्यशाला में जयपुर के 30 और टोंक के एक स्कूल से 53 शिक्षकों ने हिस्सा लिया।
जयपुर के द पैलेस स्कूल में एमएसएमएस II म्यूजियम ट्रस्ट और जेईएफ के सहयोग से दो दिवसीय विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में जयपुर के 30 और टोंक के एक स्कूल से 53 शिक्षकों ने हिस्सा लिया।
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कार्यशाला में अनुभवी परामर्शदात्री और मनोवैज्ञानिक मीनू अरोड़ा और आईड्रीमकैरियर के छात्र परामर्शदाता प्रमुख थॉमस जॉन ने विशेषज्ञों के रूप में शिक्षकों का मार्गदर्शन किया। शिक्षकों को स्कूल में मानसिक स्वास्थ्य की समझ, मनोवैज्ञानिक विकास की अवस्थाएं और चुनौतियों से जुड़ी जानकारी दी गई।

शिक्षकों को तनाव प्रबंधन के लिए माइंडफुलनेस तकनीकें सिखाई गईं।
कार्यशाला में व्यावहारिक केस स्टडी पर चर्चा की गई। शिक्षकों को तनाव प्रबंधन के लिए माइंडफुलनेस तकनीकें सिखाई गईं। साथ ही भावनात्मक समस्याओं के समाधान और नैतिक परामर्श पर भी चर्चा हुई। विशेष रूप से सीखने में कठिनाइयों की पहचान और न्यूरोटाइपिकल व न्यूरोडायवर्जेंट छात्रों के लिए समावेशी शिक्षण रणनीतियों पर ध्यान दिया गया।
एमएसएमएस II म्यूजियम ट्रस्ट की कार्यकारी ट्रस्टी रमा दत्त और संदीप सेठी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने अनुभव साझा किए। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को छात्रों के मनोसामाजिक विकास को समझने में सक्षम बनाना था। साथ ही शिक्षकों को खुद के मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए भी प्रेरित किया गया।