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जिला अंतर्गत किस्को प्रखंड मुख्यालय के निकट संचालित मध्य विद्यालय किस्को में झारखंड सरकार के महत्वाकांक्षी योजना उन्नत का पहिया के तहत उपलब्ध कराए गए लगभग 500 साइकिल विद्यार्थियों के बीच वितरित किए जाने के बजाय सड़ रहा है। यहां पर बता दें कि प्रत्येक साइकिल 04 हजार 500 रूपए के दर से सरकार की ओर से राशि दी गई है। जिसे आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों के बीच साइकिल का वितरण किया जाना है, लेकिन वितरण से पहले ही सैकड़ों साइकिल कबाड़ हो चला है।
अब प्रश्न यह उठता है कि इस लापरवाही का जिम्मेदार कौन है, जो सरकार की सोच और ख़र्च हो यूंही जैसे-तैसे फेंक दिया गया है। साइकिल की स्थिति देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि विद्यार्थियों को अलग से खर्च कर मरम्मत कराने के बाद ही चलने योग्य होगी। यहां किस्को मिडिल स्कूल भवन में सैकड़ों की संख्या में जैसे-तैसे लावारिस हालत में फेंक दी गई साइकिल वितरण के अभाव में दिन ब दिन जंग लग रही है, साइकिल का वितरण नहीं हो पाने से आज भी क्षेत्र के सैकड़ों विद्यार्थियों को पैदल चलकर अपना भविष्य संवारना मजबूरी बन गया है। आलम यह है कि साइकिल पर धीरे-धीरे पूरी तरह से बर्बाद होने के कगार पर आ पहुंचा है। किस्को प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न इलाकों में संचालित मध्य विद्यालयों में पढ़ने वाले आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को राज्य सरकार स्कूल से जोड़ने और बेहतर शिक्षा दिलाने हेतु साइकिल उपलब्ध कराई है, परंतु विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से बच्चों को काफी कठिनाइयों का सामना कर स्कूल आवागमन करना पड़ रहा है। यहां पर समय से साइकिल का वितरण नहीं किए जाने से ज्यादातर साइकिल बर्बाद हो चुका है। मामले पर जिला कल्याण पदाधिकारी सरस्वती कच्छप ने कहा कि विधानसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू हो जाने के कारण साइकिल वितरण नहीं किया जा सका। उन्होंने कहा कि जो भी साइकिल खराब हो गई होगी उसे वितरण नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उपायुक्त के आदेश प्राप्त होते ही जल्द से जल्द विद्यार्थियों के बीच साइकिल का वितरण कर दिया जाएगा।