गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम भरदाकला में हायर सेकेण्डरी स्कूल का नया भवन बनाने की मांग को लेकर लोगों का आक्रोश फूटा। मंगलवार को सुबह 10.30 से दोपहर एक बजे तक अर्जुन्दा-गुंडरदेही-राजनांदगांव मार्ग में गुंडरदेही विधायक ने पालकों व छात्र-छात्राओं के साथ चक्
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इस दौरान अफसरों ने आश्वासन दिया कि 6 सितंबर तक काम शुरू हो जाएगा। नवा जतन योजना के अंतर्गत राशि नहीं मिलती है तो स्थानीय स्तर के फंड से काम करवाएंगे। आश्वासन मिलने के बाद दोपहर एक बजे चक्काजाम समाप्त किया गया। पालकों ने अफसरों को जानकारी दी है कि नया भवन नहीं बनने से वर्तमान में मिडिल व हायर सेकेण्डरी स्कूल के 550 छात्र-छात्राओं को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।
मिडिल स्कूल के भवन, बरामदे में हायर सेकेण्डरी के कक्षा 9वीं से 12वीं तक के 400 छात्र-छात्राएं पढ़ाई करने मजबूर हैं। सुबह 7 और दोपहर 12 बजे दो शिफ्ट में क्लास लगाने की नौबत आ रही है। विधायक कुंवर सिंह निषाद ने बताया कि राजस्व व शिक्षा विभाग के अफसरों ने आश्वासन दिया है कि किसी भी मद से 6 सितंबर तक काम शुरू हो जाएगा। अगर 6 तक काम शुरू नहीं होता है तो 7 सितंबर से दोबारा चक्काजाम करेंगे। डेढ़ साल पहले नवा जतन योजना के तहत 48.42 लाख रुपए की स्वीकृति शासन स्तर से मिली थी। इस हिसाब से अब तक काम शुरू हो जाना चाहिए था। 14 अगस्त को चक्काजाम के संबंध में जिला प्रशासन व संबंधित अफसरों को ध्यानाकर्षण करवा चुके थे।
आठ माह पहले पुराना भवन तोड़ चुके
पालक रामेश्वर यादव, विष्णु, इंद्रकुमार, राकेश, बिसाहु ने बताया कि नया भवन (6 कमरा) बनाने शासन स्तर से 48.42 लाख रुपए की स्वीकृति मिली थी। इस वजह से 25 साल पुराने भवन को 7-8 माह पहले तोड़ चुके हैं लेकिन अब तक नया भवन निर्माण कार्य की शुरुआत नहीं हो पाई है। जिसका खामियाजा छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। हायर सेकेण्डरी स्कूल में पढ़ाई करने के लिए भरदाकला के अलावा ग्राम चिरचार, बोड़ेना, माहुद, सिब्दी, बुरहानपुर, टेकापार, जेवरतला के छात्र-छात्राएं पहुंचते है।
छात्रावास की छत से गिरा प्लास्टर, एक छात्र घायल
जिले के कटेकल्याण पोस्ट मैट्रिक छात्रावास का सोमवार को छत का प्लास्टर गिर गया। इससे 11वीं का छात्र जोगा घायल हो गया है। घायल छात्र को दूसरे छात्रों ने अस्पताल पहुंचाया। इसकी जानकारी ट्राइबल विभाग के अधिकारियों को देने के बाद भी आश्रम तक पहुंच हालात का जायजा तक नहीं लिया।
पोस्ट मैट्रिक छात्रावास खराब स्थिति में है। इसकी शिकायत छात्र और स्थानीय जनप्रतिनिधि कई बार आश्रम की मरम्मत या फिर छात्रों को दूसरे भवन में शिफ्ट करने की मांग विभाग के अधिकारियों से कर चुके हैं पर इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। जिले में आश्रम और स्कूलों की मरम्मत का खेल हर वर्ष नए शिक्षा सत्र से पहले और वर्ष भर चलता है। बावजूद इसके जिले में कटेकल्याण पोस्ट मैट्रिक सहित दर्जनों आश्रम खराब हालत में हैं। जिले में चिकपाल, तेलम, कटेकल्याण, गुड़से जैसे आश्रम खराब हालत में हैं। कुछ दिन पूर्व ही इन आश्रमों की मरम्मत में कहीं 6 लाख तो कहीं 7 लाख रुपए खर्च किए थे।