भाजपा ने बुधवार को 14 जिलाध्यक्षों के नाम और घोषित कर दिए। अब तक कुल 47 जिलों की कमान सौंपी जा चुकी है, लेकिन इसमें ज्यादातर ‘करीबियों’ को ही मौका मिला। पार्टी में ही कहा जा रहा है कि ग्वालियर शहर जिलाध्यक्ष जयप्रकाश राजौरिया समेत प्रदेश अध्यक्ष वीडी
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सीएम डॉ. मोहन यादव के समर्थक उज्जैन समेत दस जिलों में जिलाध्यक्ष बने हैं। वहीं, तीन जिलों में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबियों को जिम्मा मिला है। बचे हुए जिले में बाकी प्रमुख लोगों स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, संगठन महामंत्री हितानंद आदि में बंट गए। अभी 15 नामों की घोषणा बाकी है।

पहली बार 4 दलित नेता जिलाध्यक्ष… सिर्फ 4 महिलाओं को कमान चेहरे: 16 रिपीट, 31 नए – 47 जिलाध्यक्षों में से 16 को रिपीट किया गया है, पर 31 नए चेहरों को कमान सौंपी है।
जाति संगठन में भी ओबीसी राज प्रदेश की राजनीति में ओबीसी राज के बाद अब भाजपा के संगठन में भी ओबीसी का बोलबाला हो गया है। अब तक घोषित जिलाध्यक्षों में से 16 जिलों की कमान ओबीसी नेताओं को दी गई है। इसके बाद दूसरे स्थान पर 2 ब्राह्मण, 6 वैश्य, 5 क्षत्रिय और 4-4 दलित और आदिवासी जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं।
महिलाएं : पिछली बार से 2 ज्यादा पिछली बार भाजपा में सिर्फ 2 जिलों की कमान महिलाओं के हाथ में थी, अब भाजपा में महिला जिलाध्यक्षों की संख्या बढ़कर 4 हो गई है।
किसकी चली : वीडी सबसे आगे रिपीट किए गए और नवनियुक्त सर्वाधिक जिलाध्यक्ष वीडी शर्मा की पसंद के। 20 की नियुक्ति में उनकी चली। • दूसरे स्थान पर मुख्यमंत्री हैं। उज्जैन और इंदौर संभाग के ज्यादातर जिलाध्यक्ष सीएम की पसंद वाले हैं। • केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने संसदीय क्षेत्र के तीनों जिलों गुना, शिवपुरी व अशोकनगर में अपनी पसंद के जिलाध्यक्ष नियुक्त कराने में कामयाब रहे हैं।
अशोक नगर में हितानंद की भी चली। वहीं मुरैना और श्योपुर के जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और भिंड में पूर्व मंत्री अरविंद भदौरिया अपने समर्थक को रिपीट कराने में कामयाब रहे हैं। दमोह, जबलपुर ग्रामीण में प्रहलाद पटेल, विदिशा में शिवराज, दतिया में नरोत्तम मिश्रा, रीवा, सतना, मऊगंज में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला की पसंद चली। सागर शहर में गोविंद राजपूत और ग्रामीण में गोपाल भार्गव की पसंद को मौका मिला।