किडनी मरीजों के लिए बड़ी राहत की खबर है। एमवायएच को बेंगलुरु की एक संस्था ने 10 डायलिसिस मशीनें दान दी हैं। इसके साथ ही यहां डायलिसिस के लिए अब कुल 19 मशीनें हो गई हैं। मशीन, बेड की उपलब्धता होने से अस्पताल प्रबंधन ने वार्ड-29 को डायलिसिस के लिए ही बन
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इसके लिए शुल्क सिर्फ 263 रुपए देना होगा। निजी अस्पताल में इसके करीब 1500 से 2 हजार रुपए लगते हैं। एमवायएच में सस्ते इलाज के लिए किडनी मरीज आते तो थे, लेकिन मशीनें सिर्फ 6 ही काम कर रही थी। जो 9 मशीनें थी, उनमें से तीन का उपयोग सिर्फ इसलिए नहीं हो रहा था कि बेड कम उपलब्ध थे। अब मशीनें नई मिली है तो प्रबंधन ने सारी व्यवस्थाएं जुटाई हैं और पूरा वार्ड ही डायलिसिस मरीजों के लिए कर दिया है।
महिला मरीजों की संख्या बढ़ी, एचआईवी पॉजिटिव भी
अस्पताल अधीक्षक डॉ. अशोक यादव व सहायक अधीक्षक डॉ. जितेंद्र वर्मा ने बताया, आयुष्मान मरीजों के लिए सुविधा मुफ्त रहेगी। डायलिसिस से दोगुनी संख्या में मरीज लाभ उठा सकेंगे। एमवायएच में नवंबर में किडनी के 369 मरीज उपचार के लिए पहुंचे, जिसमें 186 महिलाएं और 183 पुरुष थे। गंभीर मरीजों के लिए ट्रांसप्लांट ही उपाय होता है। 2023 में शहर में 161 किडनी ट्रांसप्लांट किए गए। अभी 169 मरीज ऐसे हैं, जो ट्रांसप्लांट के लिए डोनर के इंतजार में हैं।
एक हजार लीटर क्षमता के आरओ प्लांट के लिए प्रस्ताव भेजा
डायलिसिस की मशीनें ज्यादा हो गई हैं, इसलिए अब बड़ा आरओ प्लांट लगाना होगा। नोडल अधिकारी ने इसका प्रस्ताव प्रबंधन को भेज दिया है। मौजूदा आरओ प्लांट 500 लीटर प्रति घंटा की क्षमता रखता है। अब हर घंटे में एक हजार लीटर क्षमता का आरओ प्लांट की मांग की गई है।