भास्कर न्यूज |चंडीगढ़/नारनौल/ कुरुक्षेत्र
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राजस्थान रोडवेज बस कंडक्टर व हरियाणा पुलिस महिला कांस्टेबल के बीच टिकट को लेकर हुए विवाद के बाद 2 दिनों से हरियाणा और राजस्थान में एक-दूसरे राज्यों की बसों के चालान काटने और इम्पाउंड की कार्रवाई सामने आई है। इसके अलावा कुछ चालान दिल्ली पुलिस द्वारा भी किए गए। हरियाणा पुलिस राजस्थान रोडवेज की 90 से अधिक बसों के चालान कर चुकी है।
वहीं राजस्थान ने हरियाणा रोडवेज की 4 बसों को जयपुर में इंपाउंड भी किया गया है। ये बसें नारनौंद, नूंह व गुरुग्राम डिपो की बताई जा रही है। नारनौल और रेवाड़ी डिपो की 8 बसों के चालान किए जा चुके है। इसके बाद रोडवेज कर्मचारियों में भी काफी रोष जताते हुए चक्का जाम की रणनीति बनाई है।
ऑल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन 1947 के राज्य प्रधान मायाराम उनियाल, महासचिव बलदेव सिंह मामू माजरा, कोषाध्यक्ष रघुवीर पंजाबी, उप महासचिव जोगेंद्र ढुल, उप प्रधान सुनील निंबरैन प्रदेश प्रेस प्रवक्ता रंजीत करोड़ा ने संयुक्त रूप से कहा कि राजस्थान परिवहन निगम की बस में हरियाणा पुलिस की महिला कर्मी द्वारा टिकट न लेने पर परिचालक से नोकझोंक हो गई थी जिसकी परिचालक ने वीडियो बना ली थी। उसके बाद अगले दिन से ही राजस्थान परिवहन निगम की बसों के दिल्ली और हरियाणा में पुलिस द्वारा चालान किए गए, जैसे ही राजस्थान प्रशासन को इसकी भनक लगी रविवार को राजस्थान पुलिस ने बदले की भावना से हरियाणा रोडवेज की सभी बसों के चालान करने आरंभ कर दिए हैं। इतना ही नहीं जयपुर में 4 बसें इम्पाउंड की गई हैं, जोकि चिंता का विषय है। क्योंकि पुलिस स्टाफ अन्य राज्यों की बसों में मान्य नहीं है। जनता की आबादी के अनुरूप इतनी बसें बेड़े में नहीं है कि सिटिंग सवारी ले जाए।
सचिव रणजीत करोड़ा ने कहा कि राजस्थान पुलिस ने 8 बच्चे बस में ज्यादा होने का चालान किया है। अगर किसी औरत के साथ 2 बच्चे हैं व वह सीटिंग कैपेसिटी से ज्यादा हैं तो क्या उनको उतार दिया जाएगा। चालक-परिचालक सवारी को बस में बैठने से मना नहीं कर सकते। इसलिए रोडवेज यूनियन विरोध करती है।