आरोपियो में दो महाराष्ट्र के एक और सूरत का रहने वाला।
राजकोट के पायल अस्पताल का सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के मामले में अहमदाबाद साइबर क्राइम ने आज तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में से एक सूरत का रहने वाला है, जबकि दो आरोपी महाराष्ट्र के हैं। सूरत के परित घनश्यामभाई धामेलिया ने पायल अस्पत
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9 महीनों में 50 हजार से ज्यादा सीसीटीवी हैक किए इस मामले में अहमदाबाद साइबर क्राइम डीसीपी लवीना सिन्हा ने बताया कि 2 टीमों ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से एक सूरत से और दो महाराष्ट्र से हैं। आरोपियों ने पिछले 9 महीनों में 50,000 से अधिक सीसीटीवी हैक किए थे। वे सॉफ्टवेयर और उपकरणों का उपयोग करके सीसीटीवी हैक कर रहे थे।

आरोपी भारत के बाहर भी वीडियो बेच रहे थे। हैकर ने इन वीडियोज से 6 से 7 लाख रुपए कमाए।
हैकर ने 6 से 7 लाख रुपए कमाए आरोपी अस्पतालों के अलावा स्कूल, कॉलेज, कॉरपोरेट ऑफिस और बेडरूम के सीसीटीवी भी हैक कर रहे थे। आरोपी ने यूट्यूब और टेलीग्राम से हैकिंग सीखी थी। जांच से पता चला कि बांग्लादेशी इंस्टाग्राम आईडी पर अस्पताल के वीडियो अपलोड किए गए थे। आरोपी भारत के बाहर भी वीडियो बेच रहे थे। हैकर ने इन वीडियोज से 6 से 7 लाख रुपए कमाए। आरोपी कमजोर सुरक्षा विशेषताओं वाले कैमरों को आसानी से हैक कर सकते थे।
सूरत का आरोपी घर से ही हैकिंग कर रहा था अहमदाबाद साइबर क्राइम डीसीपी लवीना सिन्हा ने वीडियो की कैटेगरी के बारे में बताया कि बेडरूम और अस्पताल के वीडियो की डिमांड ज्यादा थी। 50 से 60 सीसीटीवी फुटेज में से 10 प्रतिशत आरोपियों के थे। पायल मैटरनिटी हॉस्पिटल का वीडियो एक बांग्लादेशी इंस्टाग्राम आईडी पर मिला। आरोपी 2 से 3 हजार रुपये में वीडियो बेच रहे थे। सूरत का आरोपी घर से ही हैकिंग कर रहा था।