जब्त ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग ₹8,01,400 रुपए है।
सूरत क्राइम ब्रांच ने नशीले पदार्थों के कारोबार के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में रांदेर क्षेत्र से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे 80.140 ग्राम एमडी ड्रग्स मिली है। इस माल की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग ₹8,01,400 रुप
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मैग्नेशियम सल्फेट का जखीरा भी जब्त
मैग्नेशियम सल्फेट का उपयोग ड्रग्स में मिलाने के लिए किया जाता था।
इस पूरे मामले में मुख्य आरोपी फहद सईद शेख और साहिल अल्ताफ सैयद सालो-बनेवी है। जो नशीले पदार्थों के कारोबार को चला रहे थे। उनसे पूछताछ में यह जानकारी सामने आई कि यह ड्रग्स का जखीरा सोहन हजीफुल्लाखान ने फहद से लाकर दिया था। फहद शेख और साहिल की गिरफ्तारी के बाद उनकी निशान देही के आधार पर क्राइम ब्रांच ने सोहन को भी गिरफ्तार किया।
सोहन ड्रग्स के जखीरे के साथ मैग्नेशियम सल्फेट का जखीरा भी लेकर आया था। जिसका उपयोग ड्रग्स में मिलाने के लिए किया जाता था। जांच में यह सामने आया कि सोहन ने यह रॉ मटेरियल 24 जनवरी को मुंबई से लाया था, और वह हाई-क्वालिटी ड्रग्स के वितरण नेटवर्क में काम कर रहा था।
एक आरोपी ने अपने काका की हत्या की थी
आरोपियों में से मुख्य आरोपी साहिल अल्ताफ सैयद पहले से आपराधिक पृष्ठभूमि वाला है। 2019 में उसने अपने काका की हत्या करने के कारण छह महीने तक जेल में रह चुका है। इसके अलावा, वह पासा के तहत सात महीने जेल में रह चुका है। साहिल रांदेर पुलिस स्टेशन में मारपीट के दो अलग-अलग मामलों में पकड़ा चुका है। साहिल और फहद सालो-बनेवी हैं और उनके नजदीकी संबंधों के कारण उन्होंने एक साथ नशीले पदार्थों के कारोबार में प्रवेश किया था। दोनों 2022 में पुणे पुलिस स्टेशन में कोकीन के साथ पकड़े गए थे।
सभी आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड साहिल अल्ताफ सैयद को 2022 में पुणे पुलिस ने 39 ग्राम कोकीन के साथ गिरफ्तार किया था। इसके अलावा 2019 में रांदेर थाना में मर्डर केस दर्ज है। 2023 में 500 ग्राम ड्रग्स के मामले में भी गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं 2023 में ही मारपीट और धमकी देने के मामले में भी गिरफ्तार किया गया था। इसी तरह सोहन हजीफुल्ला खान का भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है।