गुमला में बस ऑनर्स एसोसिएशन ने 31 अक्टूबर को लगभग 200 बसों का परिचालन बंद कर दिया है। यह निर्णय लोहरदगा और घाघरा रूट की बसों के लिए दुंदुरिया बस डिपो में नया बस स्टैंड बनाने के प्रशासन के फैसले के विरोध में लिया गया है। इस हड़ताल के कारण यात्रियों को
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गुमला के ललित उरांव बस स्टैंड से प्रतिदिन लगभग 200 बसें चलती हैं। हड़ताल के चलते इन सभी बसों का परिचालन रुक गया है, जिससे लाखों रुपए का व्यवसाय प्रभावित होने की आशंका है। विशेष रूप से रांची और गुमला के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को सबसे अधिक असुविधा हो रही है।

बस ऑनर्स एसोसिएशन गुमला ने डीसी को एक ज्ञापन सौंपा है।
गुमला से प्रतिदिन हजारों लोग रांची आते-जाते हैं
बस मालिकों का तर्क है कि दुंदुरिया बस डिपो में निर्धारित नया स्थान यात्रियों के लिए असुविधाजनक है। गुमला से प्रतिदिन हजारों लोग रांची आते-जाते हैं। इसके अलावा, गुमला से ओडिशा, बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़, बनारस और झारखंड के कई अन्य जिलों के लिए भी बसें चलती हैं।
बस ऑनर्स एसोसिएशन गुमला ने डीसी को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में लोहरदगा और घाघरा मार्ग की बसों का परिचालन ललित उरांव बस स्टैंड से ही जारी रखने की मांग की गई है। एसोसिएशन ने बताया कि 17 अक्टूबर को डीसी के आदेश पर इन मार्गों की बसों को गुमला बस डिपो दुंदुरिया से चलाने का निर्देश दिया गया था।
भारी आर्थिक नुकसान हो रहा: बस मालिक
बस मालिकों के अनुसार, डीसी के इस आदेश के बाद से ललित उरांव बस स्टैंड से चलने वाली बसें, खासकर लोहरदगा मार्ग पर, को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। नए बस डिपो से पर्याप्त यात्री नहीं मिलने के कारण उन्हें टैक्स, बीमा और कर्मचारियों का वेतन देने में दिक्कत आ रही है। इन परिस्थितियों में बस मालिकों ने परिचालन जारी रखने में अपनी असमर्थता जताई है।
