औरंगाबाद सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से 2 मरीजों को अस्पताल से 20 किमी दूर पोखराही और टेंगरा नहर के पास फेंका था। एंबुलेंस से ले जाकर स्वास्थ्यकर्मियों ने लाचार छोड़ दिया था। दोनों को 1 किमी के अंतराल पर छोड़ा गया था। स्थिति काफी गंभीर थी, इस कारण
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लाश अस्पताल के चादर में लिपटी थी। जांच शुरू हुई तो ग्रामीणों से पुलिस को पता चला कि मरीजों को एंलुलेंस से फेंका गया था। सीसीटीवी की जांच हुई तो मामला सही पाया गया। पुलिस ने अस्पताल में ईएमटी हरेंद्र और स्ट्रेचर मैन शिवरंजन से पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि डीएस ने आदेश दिया था कि दोनों मरीज मानसिक रूप से विक्षिप्त हैं, वार्ड को गंदा कर रहे। उठाकर बाहर फेंक दो, पर इन दोनों ने मना कर दिया था।
जिसके बाद डीएस ने प्रबंधक को ऐसा करने को कहा। प्रबंधक के कहने पर सुपरवाइजर शैलेश कुमार मिश्रा उर्फ बाबा उर्फ पंडित ने स्ट्रेचर मैन व वह एंबुलेंस चालक शिवरंजन से कहकर दोनों मरीजों को एंबुलेंस में रखवाया और दूर ले जाकर छोड़ दिया। मामले में डीएस व अस्पताल प्रबंधक समेत सात कर्मियों को दोषी पाया गया है। गुरुवार को केस दर्ज कर लिया गया।
सीसीटीवी में मरीज को ले जाता कर्मी।
अस्पताल प्रबंधक ने पुलिस को रेफर होने की दी जानकारी
पुलिस को पहले विश्वास नहीं था कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मियों ने ऐसा किया होगा, लेकिन जब जांच शुरू हुई तो मामले का खुलासा हुआ। पुलिस जांच के लिए अस्पताल पहुंची तो अस्पताल प्रबंधन से संपर्क किया। प्रबंधक ने कहा कि दोनों को रेफर किया गया था। जब पुलिस ने कागजात की मांग की तो किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं दिखाए गए।
बारुण थाना में पदस्थापित एसआई दीपक कुमार राय के आवेदन पर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. कुमार आशुतोष सिंह, प्रबंधक हेमंत राजन, शैलेश कुमार मिश्रा, एंबुलेंस के ईएमटी हरेंद्र कुमार, चालक शिव शंकर कुमार, स्ट्रेचर मैन सुरंजन कुमार और धर्मपाल को नामजद अभियुक्त बनाया गया है।
डीएम ने जांच के लिए टीम गठित की थी
मामला सामने आने के बाद डीएम श्रीकांत शास्त्री ने जांच के लिए टीम का गठन किया। जिसमें डीडीसी अभ्येन्द्र मोहन सिंह, प्रमुख चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर किशोर कुमार और जिला कल्याण पदाधिकारी सुरेश कुमार को शामिल किया गया।
जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ओके सभी कर्मियों को दोषी पाया गया। बारुण थाना में उक्त सभी कर्मियों के विरुद्ध केस दर्ज कराया गया। थानाध्यक्ष सौरभ कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर मामले में उचित कार्रवाई शुरू कर दी गई है