जेपी हॉस्पिटल में सीएपीडी (कंटीन्यूअसली एम्बुलेटरी पेरिटोनियल डायलिसिस) दोबारा मंगलवार से शुरू हो जाएगा। सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि हमने इसके लिए पूरे प्रदेश के सभी जिलों में जानकारी मांगी। इस पर रीवा में 3 हजार यूनिट पेरिटोनियल मिला। इसम
.
बता दें कि जेपी अस्पताल में करीब एक साल से पेरिटोनियम डायलिसिस की सुविधा बंद थी। यह स्थिति तब है जब अस्पताल को इस सुविधा के लिए पीएम केयर फंड से करीब 18 लाख रुपए की राशि दी जा चुकी है। इस सुविधा के बंद होने से कई मरीजों को परेशानी व आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी।
क्या है पेरिटोनियल डायलिसिस
जब किडनी काम करना बंद कर देती है तो शरीर से खून के रास्ते टॉक्सिसिटी निकल नहीं पाती है। ऐसे में डायलिसिस किया जाता है। डायलिसिस दो प्रकार से होते हैं। एआरएफ के मरीजों को हीमोडायलिसिस किया जाता है। इसमें मशीन के जरिए रक्त साफ किया जाता है।