भास्कर न्यूज |अमृतसर श्री मारवाड़ी पंचायती बड़ा मंदिर श्री रघुनाथ जी में वृंदावन से पधारे स्वामी श्री दीनदयाल महाराज के शिष्य शुभम तिवारी महाराज ने आज श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन श्री गिरिराज पर्वत के प्रसंग सुनाकर भक्तों को कृतार्थ किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार भगवान ने एक अंगुली पर 7 दिन गिरिराज पर्वत उठाकर बृजवासियों की इंद्र देवता से रक्षा की। उन्होंने कहा कि इंद्र को अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया था। उसका गर्व दूर करने के लिए भगवान ने ब्रज मंडल में इंद्र की पूजा बंद कर गोवर्धन की पूजा शुरू करवा दी। इससे गुस्सा इंद्र ने ब्रजमंडल पर भारी बरसात कराई। प्रलय से लोगों को बचाने के लिए भगवान ने एक अंगुली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। सात दिनों के बाद इंद्र को अपनी भूल का एहसास हुआ। बाल लीलाओं का सुंदर वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि जब भी जीवन में दुख आए तो भगवान की यह बाल लीलाएं खुशी का अनुभव कराती हैं। इस मौके पर श्रीमद् भागवत जी की आरती की गई और प्रसाद वितरित किया गया। इसके अलावा उन्होंने कल नंद उत्सव का प्रसंग सुनकर भक्तों को निहाल किया था। उन्होंने बताया कि जब भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ तो नंद बाबा ने दिल खोलकर फल-मिठाइयां, प्रसाद बांटा था। नंद उत्सव में बच्चों को फल मिठाइयां खिलौने बांटे गए। इस मौके पर शमा शर्मा, संजय सेठ, सुधीर शर्मा, भावना अग्रवाल, कविता आदि उपस्थित थे।